Top Story

PUBG Mobile नहीं बल्कि यह गेम है भारतीय गेमर्स की पहली पसंद

भारत में पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा कई चीनी ऐप्स समेत गेम को भी बैन कर दिया गया था, जिसके बाद ऐसी कई अफवाहें उड़ी कि यह गेम फिर से वापसी करेगा, लेकिन अब तक ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है। अब भारत में वीडियो गेम को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। खासतौर पर पिछले साल कोरोनावायरस महामारी के बाद से लोगों ने अधिकतर समय घर पर रहकर बिताया है तो उन्हें इस दौरान वीडियो गेम खेलकर अपना समय बिताना पड़ा था। हाल ही में ऑनलाइन सर्वे प्लेटफॉर्म से लाइमलाइट नेटवर्क ने बताया है कि देश में नागरिकों ने एक हफ्ते में औसतन 8 घंटे से ज्यादा वीडियो गेम खेला है। वहीं जिसमें अधितकर गेमर्स हर हफ्ते 7 से 12 घंटे तक खेले हैं। यह आंकड़ा ग्लोबल लेवल पर हर हफ्ते 8 घंटे और 27 मिनट के औसतन समय से ज्यादा है। लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद घरों में रहने पर भारतीयों ने वीडियो गेम इस्तेमाल करने में काफी तेजी दिखाई है। 28.6 प्रतिशत भारतीय 1-3 घंटे तक बिंग-गेमिंग में समय बिताया है और गेमिंग के लिए औसतन घंटे 5.5 है। वहीं 7 प्रतिशत से ज्यादा गेमर्स एक बार में 15 घंटे से अधिक समय गेमिंग में बिताते हैं। अगर चीन, दक्षिण कोरिया और यूके से तुलना की जाए तो यह उनके गेमर्स से अधिक है। जानकारी के मुताबिक बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष बिंग-गेमिंग में 13 प्रतिशत ग्रोथ दर्ज की गई। इस दौरान 18 से 35 साल की उम्र के लोगों के बीच गेमिंग ज्यादा पसंद की गई है। भारत में 2020 के दौरान बिंग-गेमिंग का औसत 4.1 घंटे से बढ़कर 5.5 घंटे हो गया है। कोविड-19 के दौरान वीडियो गेमिंग एक अलग ही ऊंचाइओं पर चले गया था, क्योंकि इस दौरान लोगों के पास घर पर रहने के अलावा कोई काम नहीं था और घर पर रहकर खाली समय बिताने के लिए गेम खेलने से अच्छा कोई विकल्प नहीं था। स्मार्टफोन और टैबलेट जैसी डिवाइस के चलते भी गेमिंग को ज्यादा तवज्जों मिली थी, क्योंकि ये लोगों के पास आसानी से उपलब्ध थे। रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान गेमिंग पर बिताए गए कुल समय में से ज्यादातर समय मोबाइल डिवाइस पर बिताया गया था। वहीं अन्य डिवाइस जैसे कि कंप्यूटर, कंसोल और टैबलेट पर गेमिंग के लिए बिताया गया समय कम था। वहीं अगर भारत की बात करें तो यहां पर फोन और कंप्यूटर पर व्यतीत किए गए समय में काफी कम अंतर था। इससे साफ होता है कि भारत में यूजर्स गेमिंग के लिए आज भी कंप्यूटर को काफी पसंद करते हैं। जब भी वीडियो गेम की बात होती तो लोगों के दिमाग सबसे पहले PUBG Mobile, या का ख्याल आता है। ऐसा होना भी लाजमी है, क्योंकि इन गेम्स को दुनिया में काफी ज्यादा पसंद किया गया है, वहीं पब्जी ने तो मोबाइल वीडियो गेमिंग की दुनिया में एक अलग ही क्रान्ति पैदा की है। इन गेम में ऐसे फीचर्स दिए गए हैं जो कि गेमर्स को एक अलग ही दुनिया में पहुंचा देते हैं। कैंडी क्रश ने PUBG मोबाइल को कुचल दिया अगर हम आपको बताए हैं कि ये गेम भारत, अमेरिका या चीन में सबसे ज्यादा लोकप्रिय नहीं हैं तो शायद आपको यह जानकर आश्चर्य होगा, लेकिन यह बिलकुल सच है। जानकारी के अनुसार, इस दौरान सामान्य सिंगल प्लेयर गेम जैसे कि Saga या Clash of Clans सबसे ज्यादा पसंद किए गए गेम हैं। भारत में कुल गेमर्स में 93.8 प्रतिशत Candy Crush से जुड़े हैं, वहीं 82.8 प्रतिशत PUBG Mobileऔर जैसे बैटल रॉयल गेम को पसंद किया है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में वीडियो गेमिंग में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। वीडियो गेमिंग में वृद्धि होने के पीछे का कारण मार्केट में आसानी से उपलब्ध गेमिंग डिवाइस हैं। आज के समय में हर तरह की डिवाइस में गेमिंग को सपोर्ट किया जाता है, लेकिन काफी कुछ उपलब्ध होने के चलते लोगों के बीच यह देखना जरूरी होता है कि गेमिंग के लिए किस डिवाइस में बेहतरीन परफॉर्मेंस मिलेगा। जानकारी के मुताबिक एशिया पैसिफिक क्षेत्र में 10 में से 5 गेमर्स ने गेमिंग के लिए सबसे जरूरी चीज परफॉर्मेंस को बताया है। वहीं भारत में 53.4 प्रतिशत गेमर्स ने कहा कि उनके लिए भी अन्य कैटेगरी की तुलना में परफॉर्मेंस सबसे अहम है। वहीं इस एशिया पैसिफिक क्षेत्र के 84 फीसदी गेमर्स ने कहा है कि गेम डाउनलोड करने का प्रोसेस काफी खराब है। खासतौर पर भारत में जब डाउनलोड प्रोसेस में परेशानी आती है और फिर से दोबारा शुरुआत से डाउनलोड करने की जरूरत होती है तो इसमें काफी परेशानी होती है। वैसे तो इस दिक्कत को दूर करने के लिए ऑनलाइन Google Stadia और Xbox XCloud मौजूद है, लेकिन यह एशिया के मार्केट में काफी उपलब्ध नहीं है और इसमें अभी समय लग सकता है। वैसे तो जानकारी के मुताबिक गेमिंग में पुरुष और महिलाएं दोनों ही बराबर स्तर पर मौजूद हैं और उनके गेमिंग में भी अंतर काफी कम था। पुरुषों की बात करें तो उन्होंने प्रति हफ्ते औसतन 8.5 घंटे वीडियो गेम खेला और महिलाओं ने औसतन 8.4 घंटे वीडियो गेम खेला। इस दौरान 36-45 उम्र की कैटेगरी के गेमर्स सबसे अधिक गेम खेला। वहीं 60 वालों ने भी एक हफ्ते में औसतन 8.33 घंटे गेम खेलकर कड़ा मुकाबला दिया। रिपोर्ट के मुताबिक अधिकतर लोग गेमिंग में इसलिए शामिल हए, क्योंकि उनके पास महामारी के दौरान समय बिताने के लिए दूसरा कोई विकल्प नहीं था। वहीं यह भी पता चला है कि 53 प्रतिशत गेमर्स ने गेमिंग के दौरान ऑनलाइन दोस्त बनाए और 36 प्रतिशत ने बताया कि गेमिंग के लिए अन्य गेमर्स के साथ कनेक्शन बनाना जरूरी है। इससे सिर्फ गेमिंग में ही बढ़ोतरी नहीं हुई बल्कि जब वह लोग घर से बाहर नहीं जा सकते थे तो उससे दोस्ती के नए तरीके में भी इजाफा हुआ। लाइमलाइट की यह रिपोर्ट भारत, चीन, जर्मनी, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, यूके, यूएसए और वियतनाम के नागरिकों से एकत्र किए गए डाटा पर बेस्ड है। यह डाटा 5 जनवरी और 12 जनवरी 2021 के बीच सर्वे में एकत्रित किया गया है।


from https://ift.tt/3eLO4A3 https://ift.tt/3kS2UVw