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कोरोना से रेंजर पति की मौत तो असिस्टेंट प्रफेसर पत्नी ने घर जाकर लगा ली फांसी

इंदौर कोरोना की बढ़ती महामारी अब लोगों की मानसिकता पर असर डालने लगी है। माहौल की निराशा अब लोगों की सोच को प्रभावित करने लगी है। मध्य प्रदेश के इंदौर में 15 दिनों से पति का इलाज करवा रही पत्नी उसकी मौत से इतनी निराश हो गई कि उसने घर में ही फांसी लगा ली। 18 साल पहले छत्तीसगढ़ के कोरबा से शुरू हुई उनकी प्रेम कहानी कोरोना का कहर झेल नहीं पाई और बुधवार को उसका दुखद अंत हो गया। मामला इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के सेंचुरी पार्क में रहने वाली 32 वर्षीय नेहा पवार के पति पवन 15 दिन पहले कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुभम का हाल ही में लोक सेवा आयोग की परीक्षा के जरिये रेंजर पद के लिए चयन हुआ था। वे ट्रेनिंग के लिए देहरादून जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए। बुधवार सुबह इलाज के दौरान पवन की मौत हो गई। इसके ढाई घंटे बाद नेहा ने भी घर पहुंच कर फांसी लगा ली। पवन जब से बीमार पड़े, नेहा उनके साथ ही थी। चार दिन पहले उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो दोनों के घरवाले भी इंदौर आ गए। पवन की हालत गंभीर देख नेहा अक्सर परिवार के लोगों से उन्हें बचाने की गुहार लगाती थी। वो कहती थी कि पवन को कुछ हुआ तो वे भी जिंदा नहीं रह पाएंगी। और उसने ऐसा ही किया। उसकी आंखों के सामने पवन की मौत हुई तो वह सहन नहीं कर सकी। पवन की मौत के बाद परिजन उनका शव बड़वानी ले जाने की तैयारी कर रहे थे। नेहा घर से कपड़े लेने के बहाने भाई अनुराग के साथ गई। घर पहुंच कर उसने भाई को नीचे ही रोक दिया और खुद ऊपर चली गई। 10-15 मिनट तक इंतजार करने के बाद भाई ने फोन लगाया। नेहा ने फोन नहीं उठाया तो अनुराग घर के अंदर गया। तब तक नेहा फंदे पर झूल चुकी थी। इसके बाद उसने उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जिंदगी बेहद अनमोल है। मुश्किल वक्त हर किसी के जीवन में आता है, लेकिन थोड़ा हौसला और हिम्मत रखने से यह निकल भी जाता है। कुछ लोग जिंदगी की मुश्किल घड़ी में आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। मगर डिप्रेशन या तनाव पर समय रहते काबू पा लिया जाए, तो जिंदगी में उम्मीद का नया दरवाजा खुल जाता है। अगर आपका कोई जानने वाला व्यक्ति डिप्रेशन से जूझ रहा है तो वह नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ ऐंड न्यूरो साइंस (NIMHANS) से संपर्क कर सकता है। यहां कॉल करके वह अपनी समस्या बता सकते हैं, जहां डॉक्टर उन्हें जरूरी सलाह देंगे। डिप्रेशन के लिए हेल्पलाइन नंबरः 08046110007


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