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Drugs Case: गवाह का दावा- आर्यन खान को फंसाने के लिए हुई छापेमारी, 27 सितंबर को बना था प्लान

बॉलिवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे के ड्रग्स केस में रोजाना नए बयान और ट्विस्ट सामने आ रहे हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो () की जांच टीम बदले जाने के बाद मुंबई पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) इस केस में वसूली के ऐंगल से जांच कर रही है। एसआईटी के सामने एक व्यक्ति ने दावा किया है कि आर्यन को ड्रग्स के केस में फंसाया गया था ताकि कुछ लोग इस केस में पैसा कमा सकें। '27 सितंबर को बना था प्लान'विजय पागरे नाम के व्यक्ति ने शनिवार को हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया है कि मुंबई के क्रूज शिप पर की गई छापेमारी की पहले से प्लानिंग की गई थी और आर्यन को ड्रग्स केस में फंसाया गया था। पागरे ने कहा, 'इस छापेमारी की योजना 27 सितंबर को बनाई गई थी जबकि क्रूज शिप पर एनसीबी का छापा 2 अक्टूबर को मारा गया था।' पागरे ने 3 और 4 नवंबर को एसआईटी को अपने बयान देकर उन पर साइन कर दिए हैं। 'सुनील पाटिल के साथ रुका था'पागरे ने कहा है कि वह सुनील पाटिल के साथ ठहरे हुए थे जिसने दावा किया था कि उसने क्रूज पर ड्रग पार्टी की सूचना एनसीबी को दी थी। पाटिल का नाम बिजनसमैन सैम डिसूजा के बयान में भी सामने आया था। उन्होंने कहा था कि ने पाटिल का नाम SW यानी के नाम से सेव किया हुआ था ताकि दिखा सके कि उसका संपर्क सीधे एनसीबी के जोनल डायरेक्टर से है। 'भानुशाली, पाटिल और गोसावी ने बनाया था प्लान'पागरे ने बताया कि पाटिल पर उसके कुछ पैसे उधार थे और इसलिए वह पाटिल के साथ पिछले कुछ महीनों से रह रहा है। पाटिल वाशी के एक होटल में ठहरा हुआ था। 27 सितंबर को इसी होटल का एक और कमरा केपी गोसावी के नाम से बुक किया गया था। होटल पर इस केस का दूसरा गवाह और बीजेपी का कार्यकर्ता मनीष भानुशाली, केपी गोसावी और पाटिल की मुलाकात हुई। पागरे ने कहा है कि उसने देखा कि भानुशाली ने पाटिल को किस किया और कहा, 'बड़ा काम हो गया। अब हमें अहमदाबाद निकलना है लेकिन पागरे को अपने साथ मत लेना।' पागरे का दावा है कि तब उसे पता नहीं था कि क्या हो रहा है। 'भानुशाली ने लिए थे पूजा, सैम और मयूर के नाम'पागरे ने आगे बताया कि क्रूज शिप पर छापेमारी के कुछ घंटों बाद 3 अक्टूबर को भानुशाली होटल रूम में लौटकर आया और कहा कि वह अपना पैसा लेने के लिए साथ में चले। दोनों साथ में एनसीबी के ऑफिस पहुंचे। रास्ते में भानुशाली किसी से फोन पर बात कर रहा था और उसने पूजा, सैम और मयूर नाम बातचीत में बोले थे। उसने कहा कि गोसावी का मोबाइल फोन ऑफ आ रहा है और उसे शक है कि वह पैसे लेकर फरार हो गया है। 'आर्यन के वकीलों से भी किया था संपर्क'पागरे ने कहा कि एनसीबी ऑफिस पहुंचने पर उसने बाहर जर्नलिस्ट की भीड़ देखी और उसे पता चला कि एनसीबी ने आर्यन खान को हिरासत में लिया था। बाद में उसने एक न्यूज क्लिप में यह खबर देखी जिसमें दिख रहा था कि भानुशाली और गोसावी ड्रग्स केस के आरोपियों के आसपास नजर आ रहे हैं। पागरे ने कहा कि तब उसे इस बात का अहसास हुआ कि यह छापेमारी पूरी तरह से योजना के तहत की गई थी। पागरे का यह भी दावा है कि उसने आर्यन का केस लड़ रहे वकीलों से भी संपर्क करने की कोशिश की थी मगर उन्होंने पागरे से बात ही नहीं की।


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