एक अरब 10 करोड़ 55 लाख की सीसीआई ने कपास खरीदी
Publish Date: | Sun, 28 Jun 2020 04:11 AM (IST)
तीन जिलों में हुई 2 लाख 10 हजार क्विंटल कपास की आवक
एक करोड़ 65 लाख 53 हजार मिलेगा कृषि मंडी शुल्क
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सौंसर स्थित जिनिंग में रखी कपास
सौंसर। सफेद सोने के नाम से संतरा अंचल में मशहूर कपास अब मंडी और जिनिंग में आना बंद हो गया है, हालांकि इस वर्ष कपास की सौंसर क्षेत्र में बंपर आवक हुई है। शुरुआती दौर में 20 गाड़ी के हिसाब से सीसीआई (भारतीय कपास निगम)के द्वारा खरीदी की गई थी बाद में विरोध और बंपर आवक के चलते 40, 60,और 100 तक गाड़ियों की संख्या पहुंच गई थी, आवक अधिक आने के कारण अंत में खरीदी ओपन करनी पड़ी, यह प्रथम वर्ष है जब मार्च के बाद में खरीदी की गई कपास में जिनिग में नजर आई, किसानों की खरीदी को लेकर हुए विवादों समस्याओं को लेकर अधिकारियों को खूब मशक्कत ओर पसीना बहना पड़ा है।
कपास खरीदी बिक्री में रही नेतागीरी हावी
इस वर्ष सीसीआई के द्वारा की गई खरीदी में बड़े पैमाने पर मंडी और जिनिंग में नेतागीरी सक्रिय नजर आई, कई बार सीसीआई के द्वारा की जा रही खरीदी, गाड़ियों की लंबी लाइन, पंजीयन सूची में गड़बड़ी, व्यवसायियों की गाड़ी पहले लेने, आदि को लेकर कई बार विवाद की स्थितियां भी उत्पन्ना हुई, इस दौरान कपास फसल पर नेतागिरी करने के उद्देश्य को लेकर कांग्रेस भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर विधायक और नेता भी यहां पर नेतागिरी करने के लिए सक्रियता से नजर आए।
एक अरब 10 करोड 55 लाख 92 हजार की सीसीआई ने खरीदी
एक और जहां कोरोना की मार चल रही थी, वहीं किसानों के द्वारा सीसीआई को अपनी फसल भी बेची जा रही है, किसानों को 5140 से लेकर 5300 तक भाव दिया गया है। कृषि उपज मंडी से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष मार्च के बाद भी मंडी में कपास की बंपर आवक हुई। जिसमें 25 नवंबर से लेकर 21 मार्च तक 57 हजार 600 क्विंटल खरीदी की गई, जिसकी कीमत 31 करोड़ 64 लाख, 65 हजार हुई है। वहीं दूसरी ओर 24 अप्रैल से 20 जून तक 1 लाख 50 हजार 556 क्विंटल की बंपर आवक दर्ज की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत 78 करोड़ 91 लाख 25 हजार 706 रुपये निकाली गई है, सन 2019 और 20 का आंकलन करने के बाद में कुल सीसीआई के द्वारा 1अरब 10 करोड़ 55 लाख, 92 हजार की कपास खरीदी सीसीआई ने की है। कुल कपास की 2 लाख 10 हजार किंटल आवक हुई है, जिसमें सबसे अधिक कपास की खरीदी कैलाश इंडस्ट्रीज बेरडी, संचालक राधेश्याम सुधा की जिनिंग से की गई है।
कृषि मंडी को मिलेगा करोड़ों में मंडी शुल्क.
सीसीआई के द्वारा मंडी परिसर से एक अरब 10 करोड से अधिक की कपास खरीदी करने के बाद में अब कृषि उपज मंडी को भी तगड़ा मंडी शुल्क मिलते हुए नजर आ रहा है, मंडी से मिली जानकारी के अनुसार 2 लाख 10 हजार कपास किण्टल की कपास खरीदी पर कृषि उपज मंडी सौसर को 2019 नवंबर से मार्च ओर 2020 अप्रेल से जून तक हुई कपास की मडी में आवक ओर खरेदी के एवज में कृषि मंडी को लगभग 1 करोड़ 65 लाख 83 हजार 883 रुपए का मडी शुल्क मिलने की उम्मीद की जा रही है।
इनका कहना है
वर्तमान में शासन से मिले आदेश के बाद में सौसर क्षेत्र में सीसीआई के द्वारा कपास की खरीदी किसानों से बंद की गई है, अब तक लगभग 2 लाख 10 हजार क्विंटल कपास की सौसर क्षेत्र की गायत्री इंडस्ट्रीज, सौंसर काटन, कृष्णा इंडस्ट्रीज बेरडी के माध्यम से खरीदी की गई है।
शरद मस्के, खरीदी अधिकारी सीसीआई
इंदु देवी का निधन
सौंसर। शुक्रवार की रात इंदु देवी पति अनुप सोमगड़े का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई शनिवार को स्थानीय मोक्षधाम में रिश्तेदारों के समक्ष कोरोना महामारी के चलते शासन के निर्देशों का पालन करते हुए अंत्येष्टि की गई। अंत्येष्टि में शामिल रिश्तेदारों द्वारा 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
प्रथम राष्ट्रपति की प्रतिमा का हो रहा सौंदर्यीकरण
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वार्ड नंबर 5 स्थित प्रतिमा स्थल में किया जा रहा काम
सौंसर। नगर के वार्ड नंबर 5 में कई सालों से भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा के पीछे कई सालों से गंदगी फैली थी। जिसको देखते हुए नगर पालिका परिषद द्वारा सौंदयीकरण किया जा रहा है। वार्ड निवासियों में इस कार्य को देखते हुए हर्ष व्यक्त किया है। वार्ड वासी रामचंद्र कोठे, देवराव भकने, प्रवीण तुपकर, भूतपूर्व पार्षद संदीप पातुरकर एवं किशोर कोठे का कहना है कि वार्ड में जो सौंदयीकरण हो रहा है इसको लेकर वार्डवासियों ने नगर पालिका अध्यक्ष लक्ष्मण चाके एवं वार्ड पार्षद सुनीता शंकर खडसे के प्रति आभार व्यक्त किया है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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