कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने पर महिला अधिकारी को माना संदिग्ध
Publish Date: | Sun, 02 Aug 2020 04:08 AM (IST)
पांढुर्णा से छिंदवाड़ा पहुंचीं अधिकारी, हड़कंप मचने के बाद कराया भर्ती
पांढुर्णा। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी कोरोना काल में क्षेत्र के लोगों को कोरोना संक्रमण महामारी से बचाने दिन रात एक कर रहे हैं, लेकिन पिछले चार दिनों के घटनाक्रम ने प्रशासनिक अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। महिला बाल विकास विभाग में पदस्थ क्लर्क कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। क्लर्क की हिस्ट्री में आने के कारण तहसीलदार मनोज चौरसिया ने महिला परियोजना अधिकारी को संदिग्ध मानते हुए होम क्वारंटाइन किया था और कार्यालय से अस्पताल भेजा था, लेकिन महिला अधिकारी बिना किसी को बताए अपने ड्राइवर के साथ छिंदवाड़ा पहुंच गई। संदेह तब हुआ जब कार्यालय के चपरासी को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया। जिसके बाद जांच पड़ताल में पता करने पर वस्तुस्थिति सामने आई कि महिला अधिकारी का शहर में ना तो कोई घर है ना ही कोई किराए पर लिया हुआ कमरा है। इन परिस्थितियों में महिला अधिकारी प्रशासन को गुमराह कर पिछले दो दिनों से छिंदवाड़ा में रह रही हैं और स्थानीय प्रशासन को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी। मीडिया के माध्यम से प्रशासन के संज्ञान में यह बात लाइ जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और महिला परियोजना अधिकारी को कार्रवाई के नाम पर उसे पांढुर्णा आने को कहा। जिसके बाद महिला अधिकारी आनन-फानन में अपने ड्राइवर के साथ शुक्रवार की रात्रि 12ः00 बजे शहर पहुंची। अधिकारियों ने दोनों को शहर के कोविड-19 अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया कराया है।
इनका कहना है
क्लर्क की हिस्ट्री में महिला परियोजना अधिकारी के संबंध में जानकारी ली गई, उसका छिंदवाड़ा होना पता किया गया, इसके बाद उन्हें पांढुर्णा बुलाकर आइसोलेट किया गया है। इस संबंध में महिला अधिकारी को नोटिस जारी कार्रवाई करेंगे।
सुश्री मेघा शर्मा एसडीएम पांढुर्णा
नाबालिग का शव मिला
जुन्नाारदेव। शुक्रवार को दमुआ जुन्नाारदेव मुख्य मार्ग पर स्थित ग्राम कोलिहिया के सड़क किनारे बंद ओपन कास्ट खदान में नहाने गए घुमक्कड़ समुदाय के एक नाबालिग का शव शनिवार को पुलिस ने खोज निकाला। शुक्रवार को नाबालिग बंद ओसीएम खदान के तालाब में नहाने गया था। इस दौरान उसके एक अन्य मित्र ने उसके डूब जाने की सूचना परिजनों व पुलिस को दी थी। एसपी विवेक अग्रवाल के निर्देश में थाना प्रभारी जुन्नाारदेव राजेंद्र सिंग बिसेन के मार्गदर्शन में डुंगरिया चौकी प्रभारी रमेश दुबे व जिले से आए अन्य प्रशिक्षक गोताखोरों एवं ग्रामीण गोताखोरों अन्य पुलिस बल की मदद से शव को बाहर निकाला गया। शुक्रवार को तलाशी अभियान के बाद भी गोताखोरों को नाबालिग का शव प्राप्त नहीं हुआ था। शनिवार के दिन पुलिस की जिले से आई टीम व अन्य ग्रामीण गोताखोरों की मदद से शनिवार दोपहर 1 बजे आखिरकार लापता नाबालिग के शव को खोज निकाला गया।
घरों में मनाई ईद, लॉकडाउन में बाजार में पसरा सन्नााटा
जुन्नाार देव। ईद उल फितर पर्व मुस्लिम धर्मावलंबियों ने कोयलांचल में बड़े सादगी पूर्ण रूप से अपने अपने घरों में रहकर मनाया। पर्व के अवसर पर मुस्लिम भाइयों ने घरों में ही फितर की नमाज अदा कर एक-दूसरे को बधाई दी । वही 1 अगस्त से जारी लॉक डाउन के मौके पर पूरे बाजार क्षेत्र में सन्नााटा दिखाई दिया। लॉक डाउन का पालन कराने के लिए स्थानीय प्रशासन ने पूरे शहर में गस्ती की। अनावश्यक रूप से बाजार आए लोगों को फटकार लगाकर घर भेजा गया।
नेहरू युवा केन्द्र ने ढाकरवाड़ी में किया पौधारोपण।
जुन्नाारदेव। नेहरू युवा केन्द्र छिंदवाड़ा के दिशा निर्देशानुसार ग्राम निमोटी ग्राम पंचायत ढाकरवाड़ी में फलदार पौधो का रोपण किया गया। जिसमें ग्राम के सरपंच ओर ग्रामवासी मौजूद रहे पौधरोपण नेहरू युवा केन्द्र के विकेश नर्रे ओर दीपक बेलवंशी के द्वारा किया गया।
जंगलडेहरी में सागौन पर चल रही कुल्हाड़ी।
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वन विभाग लगा लीपापोती
जुन्नाारदेव। सांवरी रेंज के जंगलडेहरी वीट में हरे भरे सागौन के पेड़ों पर लगातार कुल्हाड़ी चलने का मामला सामने आया है प्रत्यदर्शियों के अनुसार वन विभाग के 5 हेक्टेयर के प्लांटेशन ओर जंगल में लगभग सैकड़ो सागौन के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चल रही है। परन्तु उस के बाद भी स्थानीय वन विभाग इस मामले को दवाने ओर लीपापोती करने में लगा हुआ है। हम ने जब इस संदर्भ में नाकेदार गणेश कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वो 22 जुलाई को वीट का भर्मण कर रहा था। जब उसे कुछ पेड़ काटे हुए मिले है जिस की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देकर पेड़ो पर कुल्हाड़ी चलाने वालों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा क के तहत कार्रवाई कर कटाई करने वालों की तलाश कर रहे है।
चौकीदार की भूमिका संदेह के घेरे में
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया की प्लांटेशन ओर जंगल मे 200 से अधिक हरे भरे पेड़ो की कटाई हुई है जिसे बाहर भी भेजा गया है। इस पूरे मामले में चौकीदार ओर वन विभाग के अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में है। स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों से इस मामले की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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