हम कथा सुनाते हैं... गीत गाकर मिली नई पहचान
Publish Date: | Wed, 19 Aug 2020 04:11 AM (IST)
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जुड़वा बहनों का हुआ स्वागत
सौंसर। मंगलवार को पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष नंदा सुनील भांगे के निवास स्थान पर हम कथा सुनाते हैं, श्रीराम की, इस गीत को अयोध्या में हुए भगवान श्रीराम मंदिर शिलान्यास समारोह में प्रस्तुति देने वाली जुड़वां बहनें धनश्री और भाग्यश्री वाटकर का आगमन हुआ। इस दौरान नगर की संस्थाओं ने दोनों जुड़वा बहनों का स्वागत सत्कार किया, आयोजन में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सजंय राठी, नंदा भांगे, मोहगांव हवेली नगर पंचायत अध्यक्ष सपना कलंबे, सांसद प्रतिनिधि सुभाष कलंबे पूर्व राम जन्म उत्सव समिति अध्यक्ष सुनील भागे कांग्रेस नेता अरविंद डहाके,विनोद बागडे,आदि उपस्थित थे। चर्चा के दौरान वाटकर बहनों ने बताया कि हम दोनों जुड़वा बहने हैं, और यह हमारा सौभाग्य है कि हमें अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के शिलान्यास पर महान हस्तियों के बीच में हम कथा सुनाते हैं भगवान श्री राम की इस गीत का राष्ट्रीय चैनलों के माध्यम से गायन करने का अवसर मिला है,
इसके पूर्व भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित गीतों की प्रस्तुति की गई थी, परंतु हमें उत्तर रामायण कथा से लव कुश द्वारा गाए गए हम कथा सुनाते हैं, भगवान श्रीराम की इस गीत प्रसिद्धि और पहचान से मिली है, अयोध्या में 1 अगस्त से लेकर 5 अगस्त तक चले समारोह में हमारे गीतों को बेहद सराहा गया, महाराष्ट्र काटोल के आयुडीपी परिसर निवासी भाग्यश्री एवं धनश्री वाटकर नागपुर के साइंस कॉलेज में बीएससी तृतीय वर्ष में अध्ययनरत हैं।
सड़क हादसों को रोकने ट्रैक्टर ट्रालियों पर लगाए रिफ्लेक्टर
सौंसर। नागपुर छिंदवाड़ा मार्ग और सौंसर क्षेत्र में लगातार हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य को लेकर अब आरटीओ विभाग के द्वारा कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर रेडियम पट्टियां लगाए जा रहे हैं, ताकि रात्रि के समय में होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके, देखने में आया है कि नागपुर छिंदवाड़ा मार्ग पर ट्राली ट्रैक्टर पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे होने के कारण अक्सर दुर्घटनाएं हो रही थी, और लोग उस में घायल हो रहे, मंगलवार को सौंसर परिवहन चेक पोस्ट प्रभारी ऋतू रघुवंशी की प्रमुख उपस्थिति में मार्ग पर चलने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों पर विभागीय कर्मचारियों के द्वारा रिफ्लेक्टर लगाते हुए गाड़ी चालकों को रिफ्लेक्टर के संबंध में जानकारी भी दी गई।
कोरोना संक्रमण के चलते बैलों की हुई घर में ही पूजा
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किसानों ने घर पर मनाया पोला पर्व
सौंसर। मंगलवार को सौंसर नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पोला पर्व कोरोना संक्रमण के कारण फीका नजर आया, पूर्व की तरह होने वाले आयोजन भी पोले पर नहीं हुए नगर के गांधी चौक में लगने वाले बैलों की जोड़ियां और दुकानें भी नहीं के बराबर नजर आई। ज्ञात हो कि प्रशासन के द्वारा निरंतर सौंसर क्षेत्र में पोले पर भीड़ भाड़ नहीं करने फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने, मुंह पर मास्क बांधने आदि को लेकर अपील की जा रही थी जिसका पोला पर्व पर लोगों के द्वारा पालन करते हुए नजर आए। नगर में कुछ किसानों के द्वारा हाथों में बैल जोड़ीया नगर में भ्रमण करती हुई नजर आई, परंपरागत और धूमधाम से होने वाला पूरा इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते नहीं हो पाया है, किसानों के द्वारा बेलो सजा कर उनकी पूजा की साथ बेलो को घर-घर ले जाकर मिष्ठान ओर पूरन रोटी का सेवन कराया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी शांति के साथ मनाया गया पोला पर्व…
साल में 363 दिन खेतों में बैलों के माध्यम से किसानों के द्वारा फसलों का उत्पादन किया जाता है, पोले के अंतर्गत 2 दिन बैलों की पूजा और आराम दिया जाता है। पोला पर्व ग्रामीण क्षेत्रों में भी शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया, मोहगांव हवेली, पिपला नारायणवार, लोधीखेड़ा, रामाकोना, बोरगांव, सवरर्णी में किसानों के द्वारा बैलों को सजाते हुए उनकी पूजा की गई,
ग्राम बानाबाकोड़ा में डहाके परिवार ने पोला घर पर ही मनाया और हर महादेव के जय घोष के साथ बैलों को पूरन की रोटी खिलाकर पूजा अर्चना की गई। विधायक विजय चौरे एवं पूर्व राज्य मंत्री नाना मोहोड़ के द्वारा भी पोला पर्व पर किसानों एवं क्षेत्रवासियों को बधाइयां प्रेषित की है। सौंसर नगर और ग्रामीण क्षेत्र में पोले के पर्व पर बड़े पैमाने में जुए का खेल खेला जाता है, नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जुआ खेल प्रेमियों के द्वारा 52 पत्ती पर खुलेआम गांवों चौक चौराहों खेतों में लाखों रुपए के दांव लगाए जाते हैं, परंतु इस पोले पर जुए के फड़ नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों से खुलेआम लगते हुए नजर नहीं आए।
Posted By: Nai Dunia News Network
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