Bada Ganpati Temple Indore: बड़ा गणपति ने दिखाया बड़ा दिल, इंदौर के विकास के लिए तीसरी बार दी जमीन

Bada Ganpati Temple Indore: बड़ा गणपति ने दिखाया बड़ा दिल, इंदौर के विकास के लिए तीसरी बार दी जमीन
Bada Ganpati Temple Indore इंदौर शहर के विश्व प्रसिद्ध बड़ा गणपति मंदिर संचालकों ने सड़क चौड़ीकरण में बाधक हिस्सा खुद हटाने की पहल की है। यह मंदिर 121 साल पुराना है और यह तीसरा अवसर है, जब शहर विकास के लिए मंदिर संचालित करने वाला दधीच परिवार जमीन दे रहा है। इस बार चौड़ीकरण के लिए मंदिर परिसर की करीब 595 वर्गफीट जमीन दी जा रही है। परिवार ने खुद के मजदूर लगवाकर बाधक हिस्सों को तोड़ने की शुरुआत की।
शहर में अतिक्रमण करने वालों के सामने परिवार ने शहरहित का बेहतर उदाहरण पेश किया है। उधर, निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गुरुवार से वे चौड़ीकरण में बाधक सभी धर्मस्थलों के संचालकों के पास जाकर उनसे चिह्नित हिस्सा तोड़ने का आग्रह करें। बड़ा गणपति चौराहा से कृष्णपुरा के बीच 60 फीट चौड़ी सड़क के लिए बड़ा गणपति मंदिर का सात फीट चौड़ा और 85 फीट लंबा हिस्सा तोड़ा जा रहा है।
हालांकि, गणेश मूर्ति इससे अप्रभावित है और वह जस की तस रहेगी। यह निजी मंदिर है। इससे पहले परिवार ने 1962 में लेफ्ट टर्न चौड़ीकरण के लिए मंदिर परिसर की 162 वर्गफीट जमीन दी थी। 1999 में भी चौड़ीकरण के लिए तीन फीट हिस्सा तोड़ा जा चुका है। 2021 में वही परंपरा निभाते हुए लगभग डेढ़ लाख रुपये से ज्यादा राशि खर्च कर दो मंजिल भवन को तोड़ने का काम शुरू किया गया है। इसमें आवासीय कमरे और हाल तोड़े जा रहे हैं। अभी मंदिर का मुख्य द्वार नहीं तोड़ा जाएगा। सरकार से उम्मीद है कि वह तेजी से सड़क चौड़ीकरण का काम करेगी और मंदिर की नई दीवार व द्वार बनाने में सहयोग करेगी।
रिटायर्ड इंजीनियर हैं मंदिर के कर्ताधर्ता
मंदिर के कर्ताधर्ता धनेश्वर दधीच खुद पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड सुपरिटेंडिंग इंजीनियर रह चुके हैं। उनका मानना है कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सड़क चौड़ीकरण हो रहा है, तो लोगों को थोड़ा समझौता तो करना होगा। परिवार का कहना है कि शहर हित सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए।