मुरैना के पायलट ब्रदर्स से मिले ज्योतिरादित्य सिंधिया, संघर्ष को किया सलाम, मदद का दिया पूरा भरोसा

भोपाल मुरैना के अमृतलाल ने कड़ी मेहनत कर अपने तीन बेटों को पायलट बनाया है। तीनों बेटे ने पिता के सपने को साकार (Morena Pilot Brothers Success Story) किया है। वहीं, अमृतलाल के बड़े बेटे कैप्टन अजय सिंह आत्मनिर्भर भारत के सपने को पंख देने में लगे हैं। कैप्टन अजय अपने घर में फ्लाइट सिम्युलेटर का निर्माण कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें सरकारी मदद की दरकरार है। इसी सिलसिले में तीनों पायलट भाइयों ने अपने पिता के साथ केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात के दौरान मदद का भरोसा दिया है। साथ ही वह काफी प्रभावित नजर आए हैं। मुलाकात के बाद अमृतलाल ने कहा कि हम उनसे मिलकर काफी अभिभूत हैं। यह एक सपने का सच होने जैसा था। उन्होंने हमारी जिंदगी को एक नया रूप दिया है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि मुरैना के इस परिवार का अथक संघर्ष हम सभी के लिए गर्व और प्रेरणा की बात है।
एमपी के सामान्य वेतन भोगी पिता ने विपरती परिस्थिति में अपने बेटों को शिक्षित कर पायलट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके बड़े बेटे अजय देश के लिए फ्लाइट सिम्युलेटर बना रहे हैं। इनके पिता अमृत लाल के साहस और विश्वास को मेरा प्रणाम। अमृतलाल और उनके तीन पायलट बेटों को ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ से ऑफिस में मिलने के लिए बुलाया गया था।
कैप्टन अजय ने मुलाकात के बाद कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया काफी खुश थे और उन्होंने कहा कि हम चारों पर उन्हें बहुत गर्व है। हमने अपने बारे में उन्हें बताया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पायलट भाइयों से कहा कि आप हमसे सीधे संपर्क में रहें और जो मदद की जरूरत होगी, मैं करूंगा। दरअसल, नवभारत टाइम्स.कॉम पर पायलट भाइयों के संघर्ष की कहानी छपी थी। इनके संघर्ष को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी सैल्यूट किया था। गौरतलब है कि मुरैना जिले के अमृतलाल ने मजदूरी कर अपने तीन बेटों को पायलट बनाया है। लॉकडाउन की वजह से उनके बड़े बेटे कैप्टन अजय ने नौकरी नहीं की।
वह आत्मनिर्भर भारत को पंख देने के लिए घर में ही फ्लाइट सिम्युलेटर बना रहे हैं। फ्लाइंग क्लब एक फ्लाइट सिम्युलेटर को खरीदने के लिए एक करोड़ से अधिक की राशि खर्च करती है। वहीं, कैप्टन अजय इसे 25 लाख रुपये में तैयार कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें मदद की दरकरार थी। अब ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ से मदद का भरोसा दिया गया है।
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