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Jabalpur Crime News: नदी से नहर तक हादसों का कहर, आठ की अकाल मौत


जबलपुर में अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की अकाल मौत हो गई।

;जबलपुर,  माफिया अभियान के दूसरे चरण का बिगुल फूंकने के साथ पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक उर्फ रज्जाक पहलवान व उसके परिवार पर और शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस बार वे लोग निशाने पर हैं जो रज्जाक व उसके बेटे से फोन पर लगातार संपर्क में रहे। ऐसे टाप-20 लोगों की सूची तैयार की गई है जो रज्जाक व उसके बेटे सरताज से लंबी बातचीत करते थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त 20 लोगों से पूछताछ कर पुलिस रज्जाक व उसके परिवार के कारोबार व आपराधिक गतिविधियों की कुंडली तैयार करेगी।

 इतना ही नहीं प्रशासन व नगर निगम मदद करे तो रज्जाक द्वारा कब्जा की गई जमीनों को मुक्त कराने व अवैध निर्माण तोड़ने की रूपरेखा तैयार जा रही है। इधर, दरबार रेस्टारेंट के पार्टनर ने पुलिस की पूछताछ में कई राज खोले हैं। विदित हो कि पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर रज्जाक व उसके परिवार से संबंधित मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है।

कैसे बना अरबों का आसामी, कहां कितनी संपत्ति: रज्जाक व उसके परिवार की माली हालत के बारे में एसआइटी ने कई जानकारियां हासिल की हैं। एसआइटी को पता चला है कि दो पीढ़ी पहले रज्जाक व उसका परिवार सामान्य परिस्थिति में गुजर बसर कर रहा था। रज्जाक व उसके बाद की पीढ़ी देखते ही देखते अरबों में खेलने लगी। एसआइटी सूत्राें ने बताया कि रज्जाक व उसके परिवार ने कथित गुंडागर्दी के बल पर कमाई शुरू की थी। 

जिसके बाद लाेगों से जमीन खाली कराना, सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाना तथा ट्रस्ट की जमीनों का फर्जीवाड़ा कर मोटी कमाई की। रज्जाक व उसके परिवार से संबंधित सैकड़ों एकड़ अचल संपत्ति का पुलिस पता लगा चुकी है। टाप-20 लोगों से पूछताछ कर रज्जाक की अन्य संपत्ति व कारोबार का पता लगाया जाएगा। इधर, रज्जाक समेत उससे जुड़े तमाम लोगों को पुलिस जेल भेज चुकी है। उसके बेटे सरताज व अन्य लोगों की तलाश जारी है। एसआइटी का प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित काशवानी को बनाया गया है।

धमकी व संरक्षण देकर कब्जा करना चाहता था: एसआइटी सूत्रों ने बताया कि दरबार रेस्टारेंट के पार्टनर शरद जैन से पूछताछ की गई। उसने बताया कि दरबार रेस्टारेंट की जमीन हर्ष और यश सिंघई जैन की है। दोनों भाइयों ने 50-50 फीसद की पार्टनरशिप में दरबार रेस्टारेंट की नींव रखी थी। रेस्टारेंट तैयार होने के बाद निर्धारित मुनाफे में वह उसका संचालन करने लगा। इस बीच रज्जाक व उसके बेटे सरताज का हस्तक्षेप रेस्टारेंट में बढ़ने लगा।

 दोनों द्वारा भेजे जाने वाले अपराधी तत्व रेस्टारेंट के कामकाज में हस्तक्षेप करते थे। दोनों की मंशा रेस्टारेंट पर कब्जा जमाने की थी। अपराधी तत्व रेस्टारेंट में खुलेआम गुंदागर्दी करते थे। ताकि रेस्टारेंट चलाने के लिए रज्जाक से संरक्षण मांगा जाए। एसआइटी हर्ष व यश से भी इस संबंध में पूछताछ करेगी। दरअसल, एसआइटी को जानकारी मिली थी कि दरबार रेस्टारेंट के संचालन में रज्जाक ने निवेश किया था।

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