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Jabalpur News : राष्ट्रीय पुरस्कार लेकर लौटने पर अंबिका का हुआ ढोल-नगाड़ों संग स्वागत

Jabalpur: भारत सरकार के युवा कार्य व खेल मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा एनएसएस के 52 वें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश भर के 40 लाख स्वयंसेवक छात्र छात्राओं में से चयनित सर्वश्रेष्ठ 30 स्वयंसेवकों को एनएसएस के राष्ट्रीय पुरस्कार एनएसएस अवार्ड 2019-20 से सम्मानित किया। इन स्वयंसेवकों को राष्ट्रपति द्वारा नकद राशि, अशोक स्तंभ को उकेरा हुआ तिरंगे में लिपटा चांदी का पदक व प्रमाण पत्र से सम्मान देकर पुरस्कृत किया गया। इनमें शहर की रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई की स्वयंसेवक अंबिका द्विवेदी को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया। 30 स्वयंसेवक छात्र-छात्राओं के साथ पूरे भारत वर्ष के सर्वश्रेष्ठ 10 कार्यक्रम अधिकारी व 02 कार्यक्रम समन्वयक/विश्वविद्यालयों को भी सम्मानित किया गया।

रादुविवि में किया स्‍वागत: अंबिका के शहर लौटने पर गुरु डा. देवांशु गौतम, कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस ओपन यूनिट रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय अन्य एनएसएस स्वयंसेवियों, छात्र-छात्राओं ने डा. आनंद सिंह राणा के नेतृत्व में भव्यता के साथ स्वागत किया। डा. देवांशु व अंबिका के स्टेशन पर उतरते ही ढोल-नगाड़े बजने लगे और फूल, माला, पुष्पगुच्छ व मिठाई के साथ उनका स्वागत किया गया। नगर वापसी पर अंबिका द्विवेदी एवं डा. देवांशु गौतम रादुविवि कुलपति प्रोफ़ेसर कपिल देव मिश्रा के आमंत्रण पर उनसे मिलने पहुंचे जहां पर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफे. कपिल देव मिश्र ने अंबिका व डा.देवांशु का स्वागत कर बधाई दी। साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय के लिए बड़ा ही गौरव का क्षण है जो हमारी बेटी राष्ट्रीय पुरस्कार लेकर वापस लौटी है। निश्चित रूप से प्रोफ. अशोक कुमार मराठे, डा. आनंद सिंह राणा व डा. देवांशु गौतम के नेतृत्व में हमारे विश्वविद्यालय की ओपन यूनिट (एनएसएस इकाई) निस्वार्थ सेवा भाव व कुशलता से सामाजिक सरोकार के कार्य कर रही है जिसका परिणाम आज हम सबके सामने राष्ट्रीय पुरस्कार के रूप में है।