Jobat Bypoll: कांग्रेस के गढ़ में जिनके साथ आदिवासियों का ‘हाथ’, उसी को मिलेगी जीत

अलीराजपुर : मध्य प्रदेश में अलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा सीट पर उपचुनाव () के लिए प्रचार बुधवार शाम को खत्म हो गया। अब प्रत्याशी बूथ मैनेजमेंट सुनिश्चित करने में लगे हैं। 97 फीसदी आदिवासी वोटर वाला यह क्षेत्र कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है। इस बार भी आदिवासी वोटर ही बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत-हार का फैसला करेंगे, लेकिन इसमें दोनों की व्यक्तिगत छवि की भी अहम भूमिका होगी। कांग्रेस का मजबूत गढ़ जोबट सीट पर अब तक 14 बार चुनाव हुए हैं। इनमें से 11 बार कांग्रेस उम्मीदवार यहां से जीता है जबकि बीजेपी को दो बार ही जीत मिली है। इस बार मामला थोड़ा अलग है क्योंकि पार्टी की प्रत्याशी सुलोचना रावत उपचुनाव की घोषणा तक कांग्रेस में थीं। इसके बाद उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन की और उन्हें टिकट भी मिल गया। व्यक्तिगत छवि महत्वपूर्ण पूरे प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस सुलोचना रावत को धोखेबाज और दलबदलू बताती रही। रावत के लिए इस छवि को तोड़ पाना चुनौती है, तो दूसरी ओर कांग्रेस उम्मीदवार महेश पटेल इलाके में अपने बाहुबल और धनबल के लिए जाने जाते हैं। बीजेपी उनके सामने सुलोचना की साफ-सुथरी छवि का हवाला मतदाताओं को रिझाने के लिए दे रही है। स्थानीय मुद्दे गायब प्रत्याशियों की व्यक्तिगत छवि की चर्चा ज्यादा होने का एक कारण यह भी है कि पार्टियों के पास मुद्दों () की कमी है। कांग्रेस प्रचार के दौरान महंगाई, बेरोजगारी और पलायन जैसी समस्याओं को बार-बार उठाने की कोशिश करती रही। दूसरी ओर, बीजेपी कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार की याद लोगों को दिलाती रही। स्थानीय मुद्दों पर कम ही चर्चा हुई। बढ़ती महंगाई जरूर प्रचर के दौरान लगातार चर्चा में रही। आदिवासी वोट ही डिसाइडर अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित जोबट विधानसभा क्षेत्र में कुल 2.75 लाख वोटर हैं। इनमें से 97% वोटर आदिवासी हैं। 40% भील , 55% भिलाला और करीब 5% पटलिया जाति के मतदाता हैं। माना जाता है कि भिलाला वोटर जिस प्रत्याशी को समर्थन देते हैं, जीत उसी की होती है। मैदान में स्टार प्रचारकों की फौज दोनों पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगने के लिए स्टार प्रचारकों की फौज यहां उतार दी। सुलोचना रावत के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कई सभाएं की। इनके अलावा मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और गोविंद सिंह राजपूत, कैलाश विजयवर्गीय सहित कई विधायक और सांसदों के दौरे हुए। कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ही सबसे बड़े स्टार प्रचारक रहे। उनके साथ जीतू पटवारी, विजयलक्ष्मी साधौ, कांतिलाल भूरिया और विक्रांत भूरिया भी लगतार एक्टिव रहे।
from Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश न्यूज़, Madhya Pradesh Samachar, मध्य प्रदेश समाचार, Madhya Pradesh Ki Taza Khabar, मध्य प्रदेश की ताजा खबरें, MP News | Navbharat Times https://ift.tt/311ZdYw
via IFTTT