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Diabetes के लिए रामबाण है ये जड़ी-बूटी, 30 मिनट के अंदर ब्लड शुगर लेवल को कर देगी कम

डायबिटीज एक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसने दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित किया है। इतना ही नहीं डायबिटीज अगर बढ़ जाए, जो यह अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बीमारी मैनेज हो सकती है। लेकिन ऐसा कोई इलाज नहीं है, जो इसे जड़ से मिटा सके। विशेषज्ञों की मानें, तो खराब दिनचर्या और खानपान के चलते डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है। हालांकि अगर, इसे सही तरह से मैनेज न किया जाए, तो यह खतरनाक रूप ले सकती है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो गुड़मार का सेवन कर सकते हैं। कई शोधों में यह साबित हो चुका है, कि गुड़मार डायबिटीज का रामबाण इलाज है। इसका नाम गुड़मार मिठास कम करने के चलते रखा गया है। मलेरिया और स्नेकबाइट के उपचार में काम आने वाला जिमनेमा सिल्वेस्ट्रे नाम का पौधा अपनी एंटीडायबिटीज गुणों के लिए जाना जाता है। इसे गुड़मार के नाम से भी जानते हैं। एक्सप्रेस.यूके एक स्टडी के बारे में बताता है, जिसमें बताया गया है कि कैसे जिमनेमा आंतों में अवशोषित होने वाली चीनी की मात्रा को कम करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल में सुधार करने में मदद मिलती है। इस स्टडी में 22 मरीजों के सैंपल पर जिमनेमा के अर्क के प्रभावों को देखा गया । स्टडी के राइटर्स ने लिखा है कि '22 डायबिटीज रोगियों में से 5 अपनी पारंपरिक दवा को बंद करने और अकेले GS 4 के साथ अपने ब्लड ग्लूकोज होमियोस्टेसिस को बनाए रखने में सक्षम थे।'

डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों के लिए गुड़मार बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से 30 मिनट के अंदर ब्लड शुगर लेवल कम होने लगता है। दरअसल, गुड़मार एक पौधा है, जिसका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में हजारों सालों से किया जाता रहा है।


Diabetes के लिए रामबाण है ये जड़ी-बूटी, 30 मिनट के अंदर ब्लड शुगर लेवल को कर देगी कम

डायबिटीज एक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसने दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित किया है। इतना ही नहीं डायबिटीज अगर बढ़ जाए, जो यह अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बीमारी मैनेज हो सकती है। लेकिन ऐसा कोई इलाज नहीं है, जो इसे जड़ से मिटा सके। विशेषज्ञों की मानें, तो खराब दिनचर्या और खानपान के चलते डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है। हालांकि अगर, इसे सही तरह से मैनेज न किया जाए, तो यह खतरनाक रूप ले सकती है।

अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो गुड़मार का सेवन कर सकते हैं। कई शोधों में यह साबित हो चुका है, कि गुड़मार डायबिटीज का रामबाण इलाज है। इसका नाम गुड़मार मिठास कम करने के चलते रखा गया है। मलेरिया और स्नेकबाइट के उपचार में काम आने वाला जिमनेमा सिल्वेस्ट्रे नाम का पौधा अपनी एंटीडायबिटीज गुणों के लिए जाना जाता है। इसे गुड़मार के नाम से भी जानते हैं।

एक्सप्रेस.यूके

एक स्टडी के बारे में बताता है, जिसमें बताया गया है कि कैसे जिमनेमा आंतों में अवशोषित होने वाली चीनी की मात्रा को कम करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल में सुधार करने में मदद मिलती है। इस स्टडी में 22 मरीजों के सैंपल पर जिमनेमा के अर्क के प्रभावों को देखा गया । स्टडी के राइटर्स ने लिखा है कि '22 डायबिटीज रोगियों में से 5 अपनी पारंपरिक दवा को बंद करने और अकेले GS 4 के साथ अपने ब्लड ग्लूकोज होमियोस्टेसिस को बनाए रखने में सक्षम थे।'



​गुड़मार के बारे में जरूर पाता होनी चाहिए ये बातें
​गुड़मार के बारे में जरूर पाता होनी चाहिए ये बातें

गुड़मार एक इंसुलिन सेंसेटाइजर है। जिसकी स्टडी

डायबिटीज के रोगियों

में की गई है। दरअसल, गुड़मार के पत्तों में रेजिन, एल्ब्यूमिन, क्लोरोफिल, कार्बोहाइड्रेट, टार्टरिक एसिड, फॉर्मिक एसिड, ब्यूटिरिक एसिड और एन्थ्राक्विनोन डेरिवेटिव होते हैं। इसलिए इसके पत्तों को चबाने से दिनभर ब्लड शुगर लेवल बढ़ता नहीं है।

यह उपाय पारंपरिक रूप से मलेरिया और स्नेकबाइट के इलाज के लिए भी प्रयोग किया जाता है। जबकि यह एंटी डायबिटिक गुणों के लिए भी मशहूर है।

गुड़मार में हाइपोग्लाइकेमिया पैदा किए बिना ग्लूकोज को कम करने की शक्ति है।

अध्ययन

में पाया गया है कि इसे अगर खाना खाने से 30 मिनट पहले दिया जाए, तो यह टेस्ट बड्स को एनेस्थेटिज करके भूख और मीठा खाने की इच्छा को कम करता है।

गुड़मार वजन घटाने में बहुत मददगार है। इसमें

टाइप 2 डायबिटीज

के एटिओलॉजी और पैथोफिजियोलॉजी से जुड़े कई कारकों को एक साथ प्रभावित करने की क्षमता है।



​टाइप-2 डायबिटीज के लोगों के लिए फायदेमंद गुड़मार
​टाइप-2 डायबिटीज के लोगों के लिए फायदेमंद गुड़मार

अध्ययन

के निष्कर्षों से पता चला है कि टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग जिन्होंने 18 से 20 महीनों तक रोजाना 400 मिग्रा जिमनेमा के पत्तों के अर्क का सेवन किया, उन्होंने फास्टिंग ब्लड शुगर में 29 प्रतिशत की गिरावट महसूस की। हैरत की बात ये है कि अध्ययन में देखा गया कि इसके सेवन से ए1सी का स्तर शुरूआत में 11.9 प्रतिशत से घटकर 8.48 प्रतिशत हो गया। रिसर्चर्स का दावा है कि बेल में जिम्रेमिक एसिड नामक यौगिक होता है, जो चीनी के स्वाद को दबा देता है।



​क्या और कैसे होती है डायबिटीज
​क्या और कैसे होती है डायबिटीज

टाइप-1 डायबिटीज

एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जहां पैन्क्रियाज इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर सकता। WHO की रिपोर्ट में सभी प्रकार के डायबिटीज रोगियों की वैश्विक आबादी 422 मिलियन से ज्यादा बताई गई है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज एक लाइफस्टाइल डिसऑर्डर है।

लेकिन अच्छी बात ये है कि इसे नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि डायबिटीज तब होती है, जब शरीर इंसुलिन के प्रति असंवेदनशील हो जाता है। क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार, अनकंट्रोल्ड डायबिटीज गंभीर हो सकती है। जिससे आपके शरीर के अंगों जैसे ह्दय, गुर्दे, आंखों को और ऊतकों को बहुत नुकसान होता है।



​शुगर क्रेविंग को कम करे
​शुगर क्रेविंग को कम करे

Verywellhealth ने

एक्सप्रेस

को बताया कि यह जड़ी-बूटी दुगनी क्रिया करती है। गुड़मार ने न केवल चीनी की लालसा को कम किया, बल्कि यह उस दर को भी कम करता है, जिस दर पर चीनी और फैट अवशोषित होते हैं। ये प्रभाव 30 सेकंड के अंदर शुरू हो जाते हैं और आधे घंटे तक चलते हैं।

Scientific American

Scientific American

की एक रिपोर्ट के अनुसार, गुड़मार में मौजूद यौगिकों को आंतों के रास्ते से चीनी के अवशोषण को कम करने और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है, जो इंस्टेंट ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।





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