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विषाक्त पदार्थों से ब्लॉक हो चुकी नसों को खोलने के लिए खाएं ये 8 चीजें, हार्ट अटैक से होगा बचाव

गलत खाने-पीने की आदतों के चलते शरीर में धीरे-धीरे विषाक्त पदार्थ जमा होते रहते हैं। यह पदार्थ शरीर के कई हिस्सों जैसे आंत, किडनी और नसों में जमा हो सकते हैं। आमतौर पर नसों में फैट जमा होता है, जो उन्हें ब्लॉक कर सकता है। नसों के ब्लॉक होने से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य दिल की समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।शरीर में नसों के एक जटिल नेटवर्क है। नसों में का काम ऑक्सीजन को दिल और शरीर के अन्य हिस्सों में ले जाना है, जिससे आपके शरीर के सभी कार्यों को बढ़ावा मिलता है। नसों के ब्लॉक होने की समस्या को मेडिकल भाषा में एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) कहा जाता है। इससे नसों में फैट जमने के साथ उनमें संकुचन हो जाता है। संकुचन होने से नसों में रक्त का प्रवाह कम हो सकता है जिसके सीधा असर हृदय और शरीर के अन्य हिस्सों पर पड़ता है।नसों में विषाक्त पदार्थ जमने यानी एथेरोस्क्लेरोसिस को हृदय रोग का एक प्रमुख कारण माना जाता है। इस समस्या की सबसे बड़ी वजह कोलेस्ट्रॉल है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, खराब खानपान, गतिहीन जीवन शैली आदि भी इस समस्या के कारण बन सकते हैं। मेडिकल में एथेरोस्क्लेरोसिस कई कई इलाज हैं लेकिन इस समस्या से कुछ सरल घरेलू उपायों और खाने-पीनी की आदतों में सुधार करके राहत पाई जा सकती है। हम आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जो धमनियों में जमा विषाक्त पदार्थों को साफ करके आपको दिल-दिमाग को स्वस्थ रख सकते हैं।

Nason ko kholne ke gharelu upay: नसों में विषाक्त पदार्थ जमने यानी एथेरोस्क्लेरोसिस को हृदय रोग का एक प्रमुख कारण माना जाता है। इस समस्या की सबसे बड़ी वजह कोलेस्ट्रॉल है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, खराब खानपान, गतिहीन जीवन शैली आदि भी इस समस्या के कारण बन सकते हैं।


How to Unclog Arteries: विषाक्त पदार्थों से ब्लॉक हो चुकी नसों को खोलने के लिए खाएं ये 8 चीजें, हार्ट अटैक से होगा बचाव

गलत खाने-पीने की आदतों के चलते शरीर में धीरे-धीरे विषाक्त पदार्थ जमा होते रहते हैं। यह पदार्थ शरीर के कई हिस्सों जैसे आंत, किडनी और नसों में जमा हो सकते हैं। आमतौर पर नसों में फैट जमा होता है, जो उन्हें ब्लॉक कर सकता है। नसों के ब्लॉक होने से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य दिल की समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।

शरीर में नसों के एक जटिल नेटवर्क है। नसों में का काम ऑक्सीजन को दिल और शरीर के अन्य हिस्सों में ले जाना है, जिससे आपके शरीर के सभी कार्यों को बढ़ावा मिलता है। नसों के ब्लॉक होने की समस्या को मेडिकल भाषा में

एथेरोस्क्लेरोसिस

(Atherosclerosis)

कहा जाता है। इससे नसों में फैट जमने के साथ उनमें संकुचन हो जाता है। संकुचन होने से नसों में रक्त का प्रवाह कम हो सकता है जिसके सीधा असर हृदय और शरीर के अन्य हिस्सों पर पड़ता है।

नसों में विषाक्त पदार्थ जमने यानी एथेरोस्क्लेरोसिस को

हृदय रोग

का एक प्रमुख कारण माना जाता है। इस समस्या की सबसे बड़ी वजह कोलेस्ट्रॉल है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, खराब खानपान, गतिहीन जीवन शैली आदि भी इस समस्या के कारण बन सकते हैं।

मेडिकल में एथेरोस्क्लेरोसिस कई कई इलाज हैं लेकिन इस समस्या से कुछ सरल घरेलू उपायों और खाने-पीनी की आदतों में सुधार करके राहत पाई जा सकती है। हम आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जो धमनियों में जमा विषाक्त पदार्थों को साफ करके आपको दिल-दिमाग को स्वस्थ रख सकते हैं।



बीन्स
बीन्स

बीन्स फाइबर से भरे होते हैं और दिल को स्वस्थ रखने के लिए जाना जाता है।

एथेरोस्क्लेरोसिस

जैसे स्थिति को रोकने के लिए बीन्स जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाना आवश्यक है। बीन्स खाना कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल रखने का एक शानदार तरीका है, जिससे आपकी धमनियों के बंद होने का खतरा कम हो जाता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि बीन्स खाने से एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल कम होता है।



बेरीज
बेरीज

बेरीज में ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रैनबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी शामिल हैं। इन फलों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिसमें सूजन को कम करने और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करना शामिल हैं।

शोध से पता चलता

है कि बेरीज फाइबर, विटामिन, मिनरल्स जैसे तत्वों से भरे होते हैं। इनमें फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट शामिल हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं।



मछली
मछली

मछली ओमेगा-3 फैट सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरी होती है। ओमेगा-3 से भरपूर मछली खाने से एथेरोस्क्लेरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

अध्ययनों से पता चलता है

कि ओमेगा-3 दिल को स्वस्थ रखने और हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में भी सहायक है।



टमाटर
टमाटर

टमाटर में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो एथेरोस्क्लेरोसिस के विकास को कम कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, टमाटर में कैरोटीनॉयड पिगमेंट लाइकोपीन होता है, जिसके कई प्रभावशाली स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

अध्ययनों से पता

चलता है कि लाइकोपीन सूजन को कम करने, एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।



प्याज
प्याज

प्याज न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। शोध से पता चला है कि प्याज एक ऐसी सब्जी है, जो धमनियों को स्वस्थ रख सकती है।

एक अध्ययन के अनुसार,

प्याज जैसी सब्जियों के अधिक सेवन से एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण होने वाली बीमारी से संबंधित मृत्यु के कम जोखिम को कम किया जा सकता है।



खट्टे फल
खट्टे फल

खट्टे फल स्वादिष्ट होते हैं और फ्लेवोनोइड सहित विभिन्न प्रकार के विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं। खट्टे फल में मौजूद फ्लेवोनोइड्स से

सूजन को कम करने

और शरीर में एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है। खट्टे फल हृदय रोग और स्ट्रोक के कम जोखिम से भी जुड़े हैं।



मसाले
मसाले

अदरक, काली मिर्च, मिर्च और दालचीनी जैसे मसाले धमनियों को बंद होने से बचाने में मदद कर सकते हैं।

अध्ययनों के अनुसार

, मसालों में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैंम जो फ्री रैडिकल से बचा सकते हैं, ब्लड में लिपिड लेवल में सुधार कर सकते हैं और खून में प्लेटलेट्स के एकत्र होने को कम कर सकते हैं।



अलसी के बीज
अलसी के बीज

अलसी के बीज पोषण के पावरहाउस होते हैं। इनमें कैल्शियम और मैग्नीशियम सहित फाइबर, हेल्दी फैट, विटामिन और मिनरल्स होते हैं। अत्यधिक पौष्टिक होने के अलावा अलसी के बीज एथेरोस्क्लेरोसिस को रोकने में मदद कर सकते हैं।

एक अध्ययन में पाया गया कि

अलसी के बीजों में कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता होती है।





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