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सुबह गर्म पानी के साथ इस आयुर्वेदिक पौधे के 4 पत्ते चबा लेना, Diabetes जैसी 6 बीमारियां होने लगेंगी खत्म

धरती पर सैकड़ों तरह के पेड़-पौधे मौजूद हैं, जिनसे इंसान को विभिन्न तरह ले लाभ पहुंचते हैं। तुलसी, नीम और अश्वगंधा जैसे पेड़-पौधों के लाभों के बारे में लगभग हर व्यक्ति जानता है लेकिन कुछ ऐसे भी पौधे हैं, जो हमेशा आंखों के सामने रहते हुए भी नजर नहीं आते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है, उनके बारे में ज्यादा पता नहीं होना। ऐसा ही एक जबरदस्त आयुर्वेदिक पौधा चांगेरी (Changeri) है, जिसे चंगेरी घास भी कहा जाता है। इसके इस्तेमाल से सेहत को अनगिनत फायदे हो सकते हैं।यह छोटे-छोटे हरे पत्तों का पौधा होता है, जो आपको कहीं भी पार्क या मैदान में मिल सकता है। इस पर पीले रंग के फूल आते हैं। अगर आपको याद हो तो बचपन में आपने इसे जरूर चबाया होगा। इसका स्वाद खट्टा होता है और यह बच्चों को बहुत पसंद आता है। चंगेरी घास को इंडियन सोरेल नाम से जाना जाता है और इसका लैटिन नाम ऑक्सालिस कॉर्निकुलाटा (Oxalis corniculata) है। सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंस (CCRAS) के अनुसार, चांगेरी की पत्तियों में पोटैशियम, कैल्शियम और कैरोटीन भी पाया जाता है। इस औषधीय पौधे पर किए गए विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीकॉन्वेलसेंट, एंटीफंगल, एंटी-अल्सर, एंटीनोसाइसेप्टिव, एंटीकैंसर, एंटीडायबिटिक, हेपेटोप्रोटेक्टिव, हाइपोलिपिडेमिक, एंटीमाइक्रोबियल और घाव भरने वाले गुण होते हैं।(फोटो साभार: TOI)

Changeri health benefits in Hindi: यह पौधा आपको कहीं भी पार्क या मैदान में मिल सकता है। इस पर पीले रंग के फूल आते हैं। अगर आपको याद हो तो बचपन में आपने इसे जरूर चबाया होगा। इसका स्वाद खट्टा होता है और यह बच्चों को बहुत पसंद आता है। इसमें एंटीकैंसर, एंटीडायबिटिक, हेपेटोप्रोटेक्टिव, हाइपोलिपिडेमिक, एंटीमाइक्रोबियल और घाव भरने वाले गुण होते हैं।


Ayurveda tips: सुबह गर्म पानी के साथ इस आयुर्वेदिक पौधे के 4 पत्ते चबा लेना, Diabetes जैसी 6 बीमारियां होने लगेंगी खत्म

धरती पर सैकड़ों तरह के पेड़-पौधे मौजूद हैं, जिनसे इंसान को विभिन्न तरह ले लाभ पहुंचते हैं। तुलसी, नीम और अश्वगंधा जैसे पेड़-पौधों के लाभों के बारे में लगभग हर व्यक्ति जानता है लेकिन कुछ ऐसे भी पौधे हैं, जो हमेशा आंखों के सामने रहते हुए भी नजर नहीं आते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है, उनके बारे में ज्यादा पता नहीं होना। ऐसा ही एक जबरदस्त आयुर्वेदिक पौधा

चांगेरी (Changeri)

है, जिसे चंगेरी घास भी कहा जाता है। इसके इस्तेमाल से सेहत को अनगिनत फायदे हो सकते हैं।

यह छोटे-छोटे हरे पत्तों का पौधा होता है, जो आपको कहीं भी पार्क या मैदान में मिल सकता है। इस पर पीले रंग के फूल आते हैं। अगर आपको याद हो तो बचपन में आपने इसे जरूर चबाया होगा। इसका स्वाद खट्टा होता है और यह बच्चों को बहुत पसंद आता है। चंगेरी घास को इंडियन सोरेल नाम से जाना जाता है और इसका लैटिन नाम ऑक्सालिस कॉर्निकुलाटा (Oxalis corniculata) है।

सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंस (CCRAS) के अनुसार

, चांगेरी की पत्तियों में पोटैशियम, कैल्शियम और कैरोटीन भी पाया जाता है। इस औषधीय पौधे पर किए गए विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीकॉन्वेलसेंट, एंटीफंगल, एंटी-अल्सर, एंटीनोसाइसेप्टिव, एंटीकैंसर, एंटीडायबिटिक, हेपेटोप्रोटेक्टिव, हाइपोलिपिडेमिक, एंटीमाइक्रोबियल और घाव भरने वाले गुण होते हैं।

(फोटो साभार: TOI)



सिरदर्द और माइग्रेन का रामबाण इलाज
सिरदर्द और माइग्रेन का रामबाण इलाज

चांगेरी के पत्ते सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द के लिए एक बहुत ही अच्छा घरेलू उपाय है। अगर आप भी लंबे समय से सिर दर्द से परेशान हैं तो यह पौधा आपको राहत दे सकता है। इसके लिए चांगेरी के पत्तों को चबाकर थोड़ा गर्म पानी पी लें। यह नुस्खा कुछ ही दिनों में आपके पुराने सिरदर्द से राहत दिलाएगा।



दांत और मसूड़ों की बीमारी होगी दूर
दांत और मसूड़ों की बीमारी होगी दूर

अगर आप मुंह की दुर्गंध,

मसूड़ों के रोग

या दांतों की कमजोरी से परेशान हैं, तो इन समस्याओं से भी चंगरी के पत्ते राहत दिलाते हैं। मुंह की दुर्गंध को दूर करने के लिए चांगेरी के 7-8 पत्तों को धोकर अच्छी तरह चबा लें। ये पत्ते माउथ फ्रेशनर का काम करते हैं।



पेट की अंदरूनी रोगों को करेगा दूर
पेट की अंदरूनी रोगों को करेगा दूर

अगर आप पेट से जुड़ी किसी भी समस्या से परेशान हैं, तो यह पौधा आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए एक पूरा पौधा लें और उसका रस निकाल लें। मिश्रण में काली मिर्च और 4 गुना दही मिलाएं। इसे पकाकर नियमित रूप से रोगी को दें। यह विकार को ठीक करने में मदद करता है।



बवासीर से दिला सकता है राहत
बवासीर से दिला सकता है राहत

बवासीर

और कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए आप चांगेरी के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए पत्तों को घी में भून लें और फिर इससे पकवान तैयार करें। इसे रोगी को दही के साथ दें। यह फाइबर के बेहतर स्रोत है।



डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद
डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो चांगेरी का पौधा आपके लिए काम की चीज है। रोजाना सुबह इसके पत्ते चबाने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। इसके पत्तों का रस पीने से शुगर कंट्रोल हो सकता है।



पीलिया के इलाज में असरदार
पीलिया के इलाज में असरदार

पीलिया के मरीजों को चांगेरी के पौधे से फायदा हो सकता है। इसमें वो सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। पीलिये में आराम पाने के लिए आप इसके खट्टे पत्तों को चबा सकते हैं या इसका जूस पी सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।





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