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खर्राटे से जुड़ी इस अजीब बीमारी से हुआ बप्पी लहरी का निधन, जानिए किसे है इसका ज्यादा खतरा और बचने के उपाय

भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन के कुछ दिनों बाद ही बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए एक बुरी खबर आई है। 80 और 90 के दशक में भारत में डिस्को म्यूजिक को लोकप्रिय बनाने वाले संगीतकार और गायक बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) का बुधवार को मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे।बप्पी दा के निधन की खबर पर किसी को भी यकीन नहीं हुआ। हर कोई यही सोचने लगा कि काश यह खबर गलत हो। लेकिन उनके निधन की पुष्टि होते ही फिल्म इंडस्ट्री से लेकर फैंस के बीच सन्नाटा पसर गया। बप्पी दा ने 1970-80 के दशक के दौरान 'चलते चलते', 'डिस्को डांसर' और 'शराबी' जैसी फिल्मों में कई सुपरहिट गाने दिए हैं। उनका आखिरी बॉलीवुड गाना 'भंकस' साल 2020 की फिल्म 'बागी 3' के लिए था।क्रिटिकेयर अस्पताल के निदेशक डॉ दीपक नामजोशी बताया है कि लहरी पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें दोबारा अस्पताल लाया गया। उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। उनकी मृत्यु ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive Sleep Apnea or OAS) के कारण हुई है। चलिए जानते हैं कि जिस बीमारी से लहरी का निधन हुआ है वो क्या है, उसके लक्षण क्या हैं और उसका सबसे ज्यादा खतरा किसे है

बप्पी लहरी का निधन कैसे हुआ : डॉक्टरों का कहना है कि बप्पी लहरी को कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। उनकी मृत्यु ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA (Obstructive Sleep Apnea or OAS) के कारण हुई है। यह नींद से जुड़ी एक गंभीर समस्या है।


Bappi Lahiri Death: खर्राटे से जुड़ी इस अजीब बीमारी से हुआ बप्पी लहरी का निधन, जानिए किसे है इसका ज्यादा खतरा और बचने के उपाय

भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन के कुछ दिनों बाद ही बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए एक बुरी खबर आई है। 80 और 90 के दशक में भारत में डिस्को म्यूजिक को लोकप्रिय बनाने वाले संगीतकार और गायक

बप्पी लहरी (Bappi Lahiri)

का बुधवार को मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे।

बप्पी दा के निधन की खबर पर किसी को भी यकीन नहीं हुआ। हर कोई यही सोचने लगा कि काश यह खबर गलत हो। लेकिन उनके निधन की पुष्टि होते ही फिल्म इंडस्ट्री से लेकर फैंस के बीच सन्नाटा पसर गया। बप्पी दा ने 1970-80 के दशक के दौरान 'चलते चलते', 'डिस्को डांसर' और 'शराबी' जैसी फिल्मों में कई सुपरहिट गाने दिए हैं। उनका आखिरी बॉलीवुड गाना 'भंकस' साल 2020 की फिल्म 'बागी 3' के लिए था।

क्रिटिकेयर अस्पताल के निदेशक डॉ दीपक नामजोशी बताया है कि

लहरी पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें दोबारा अस्पताल लाया गया। उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। उनकी मृत्यु

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive Sleep Apnea or OAS)

के कारण हुई है। चलिए जानते हैं कि जिस बीमारी से लहरी का निधन हुआ है वो क्या है, उसके लक्षण क्या हैं और उसका सबसे ज्यादा खतरा किसे है



Obstructive Sleep Apnea क्या है ?
Obstructive Sleep Apnea क्या है ?

मेयो क्लिनिक के अनुसार,

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया नींद से संबंधित श्वास विकार है। इसके कारण मरीज को सोते समय सांस लेने में समस्या होती है। स्लीप एपनिया कई प्रकार के होते हैं, लेकिन सबसे आम ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया है। इस प्रकार का एपनिया तब होता है, जब आपके गले की मांसपेशियां नींद के दौरान रुक-रुक कर आराम करती हैं और आपके वायुमार्ग को अवरुद्ध कर देती हैं। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का सबसे प्रमुख लक्षण खर्राटे लेना है।



Obstructive Sleep Apnea के लक्षण
Obstructive Sleep Apnea के लक्षण

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के संकेत और लक्षणों में दिन में बहुत नींद आना, जोर से खर्राटे लेना, नींद के दौरान सांस का थामना, हांफने या घुटन के साथ अचानक जागना, मुंह का सूखना, गले में खराश के साथ जागना, सुबह सिरदर्द होना, दिन के दौरान ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, मनोदशा में बदलाव, जैसे अवसाद या चिड़चिड़ापन और ब्लड प्रेशर बढ़ना आदि शामिल हैं।



Obstructive Sleep Apnea का ज्यादा खतरा किसे
Obstructive Sleep Apnea का ज्यादा खतरा किसे

हालांकि यह बीमारी किसी को भी हो सकती है लेकिन कुछ कारक हैं, जो इसका जोखिम बढ़ा सकते हैं। डॉक्टर मानते हैं कि मोटापे से पीड़ित लोगों, उम्रदराज लोगों,

हाइपरटेंशन

के मरीजों, क्रोनिक नेजल कंजेशन, डायबिटीज, स्मोकिंग करने वालों और पारिवारिक इतिहास वाले लोगों को इसका अधिक जोखिम होता है।



इस बीमारी में डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए
इस बीमारी में डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए

यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। कभी-कभी खर्राटे आना सामान्य बात है लेकिन अगर आपको हमेशा खर्राटे आते हैं और इससे दूसरों की नींद बाधित होती है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर आप हमेशा हांफते हुए उठते हैं, नींद में घुटन महसूस करते हैं या नींद के दौरान आपकी सांस थमी हुई सी लगती है, तो आप बिना देरी किये डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा अगर आपको दिन में ज्यादा नींद आती है, काम करते समय, टीवी देखते हुए या वाहन चलाते हुए भी नींद आती है, तो यह संकेत है कि आपको यह बीमारी हो गई है।





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