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वैज्ञानिकों ने बताया गंदे नल के पानी से बढ़ जाता है इस कैंसर का खतरा, जाने क्या है लक्षण और बचाव के तरीके

मूत्राशय (Bladder) आपके निचले पेट में एक खोखला पेशीय अंग है जो मूत्र को जमा करता है। इसमें होने वाले कैंसर को Bladder Cancer कहा जाता है। यह एक सामान्य प्रकार का कैंसर है। यह मूत्राशय की कोशिकाओं में शुरू होता है। अधिकांश मूत्राशय के कैंसर का निदान प्रारंभिक अवस्था में ही किया जा सकता है। लेकिन प्रारंभिक चरण में उपचार के बाद भी मूत्राशय के कैंसर वापस आ सकता है। इस कारण से, मूत्राशय के कैंसर वाले लोगों को आमतौर पर उपचार के बाद वर्षों तक फॉलो-अप की आवश्यकता होती है ताकि कैंसर दुबारा न हो सके। यह कई कारणों से हो सकता है जिसमें एक है पीने के पानी का गंदा सोर्स। यदि आप गंदे नल के पानी का सेवन करते हैं तो अपको इसका खतरा हो सकता है।प्रो. यू वेनझेंग की टीम द्वारा हाल ही में किए गए एक अध्ययन में इस जोखिम पर प्रकाश डाला गया है। ऐसे स्रोत से नियमित रूप से पानी पीने से जिसमें आर्सेनिक या क्लोरीन होता है, मूत्राशय के कैंसर का खतरा भी बढ़ा सकता है। इसके जोखिम को कम करने के लिए वैज्ञानिकों ने पीने के पानी की सेफ्टी को बढ़ाने के लिए ओजोन बायोफिल्ट्रेशन और नैनोफिल्ट्रेशन जैसे स्थायी समाधान सुझाए है। रिसर्च सेंटर फॉर इको-एनवायरनमेंटल साइंस ऑफ द चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया यह अध्ययन नेचर सस्टेनेबिलिटी में प्रकाशित हुआ था।

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