Top Story

भूख न लगने, पेट भरा-भरा रहने, गैस-कब्ज की यह है सबसे बड़ी वजह, तुरंत करें ये काम

आयुर्वेद (Ayurveda) में शरीर में पाचन और चयापचय के कामकाज को 'अग्नि' (Agni) के रूप में जाना जाता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए खाए हुए भोजन को पचाना, अवशोषित करना और समावेश करना करना है जरूरी है और शरीर में यह काम अग्नि द्वारा किया जाता है। अग्नि भोजन को ऊर्जा में बदलती है, जो शरीर के सभी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए जिम्मेदार है। जब अग्नि संतुलित होती है तो व्यक्ति को अच्छी भूख लगती है, भोजन के बाद हल्कापन महसूस होता है, ऊर्जा, स्पष्टता में बढ़ोतरी होती है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति के शरीर में अग्नि का कामकाज बाधित हुआ, तो उसके शरीर में पूरा चयापचय गड़बड़ा जाता है। इस उसका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। उस व्यक्ति को भूख कम लगती है, वह भारी और सुस्त महसूस करता है और उसकी ऊर्जा कम हो जाती है।शरीर में अग्नि के क्या-क्या काम हैं? आयुर्वेद के अनुसार, अग्नि का काम शरीर में भोजन को पचाना और अवशोषित करना है। इसके अलावा इसका काम शरीर का तापमान बनाए रखना, मानसिक स्पष्टता प्रदान करना, पोषण का संचार करना, स्वस्थ चमक पैदा करना और जीवन शक्ति प्रदान करना है। आयुर्वेद डॉक्टर रेखा राधामणि बता रही हैं कि जब अग्नि का कामकाज बाधित होता है, तो आपको अपने शरीर में क्या-क्या लक्षण महसूस हो सकते हैं।

from Health-Fitness Tips: Know the Health Tips, Fitness Tips, Weight Loss Methods and Ayurveda Remedies to live a happy health life with Navbharat Times| नवभारत टाइम्स https://ift.tt/PszTrkS
via IFTTT