Opinion: संविधान में लिखे बस एक शब्द के बल पर ईरान में औरतों पर जुल्म पर जुल्म किए जा रहे हैं
पश्चिमी ईरान में साकेज की रहने वाली 22 साल की महसा अमिनी 13 सितंबर को जब बिना हिजाब पहने तेहरान आईं, तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। कस्टडी में उनकी पिटाई की गई, जिससे महसा की मौत हो गई। ईरान की औरतें बड़ी आंदोलनकारी हैं। उनमें पुराना गुस्सा भी था ही, महसा की इस घटना से उनके गुस्से में और उबाल आ गया। इन औरतों ने अपने हिजाब को आग लगा दी है, बाल काट लिए हैं और आंदोलन छेड़ दिया है।
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