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दिमाग की नसों को सिकोड़ देती हैं ये 5 चीजें, कभी भी आ सकता है मस्तिष्क का दौरा

स्ट्रोक (Stroke) एक तेजी से बढ़ती समस्या बनती जा रही है। आम भाषा में स्ट्रोक को दिमाग का दौरा भी कहा जाता है। अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। जिस तरह दिल को खून की नसों में रुकावट के कारण पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, ठीक उसी तरह दिमाग की नसों में ब्लॉकेज के कारण दिमाग का दौरा पड़ सकता है।स्ट्रोक के प्रमुख जोखिम कारक वे हैं जिन्हें प्रबंधित करना मुश्किल होता है। एक स्ट्रोक को रोकने के लिए एक चिकित्सकीय पेशेवर से सक्रिय सहायता प्राप्त करने के साथ उचित जागरूकता और ज्ञान महत्वपूर्ण है। स्ट्रोक कई कारणों से हो सकता है जैसे खराब जीवनशैली, डायबिटीज, हृदय की समस्याएं, अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन। इन सभी कारकों को ध्यान में रखा जा सकता है और स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जीने के लिए काम किया जा सकता है। हर साल 29 अक्टूबर को वर्ल्ड स्ट्रोक दिवस (World Stroke Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य जानलेवा स्ट्रोक के बारे में जागरूकता पैदा करना है। गाजियाबाद स्थित मणिपाल अस्पताल में सलाहकार-न्यूरोलॉजी डॉ. नीरज अग्रवाल कुछ महत्वपूर्ण जोखिम कारक बता रहे हैं, जो स्ट्रोक की संभावना को बढ़ाते हैं।

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