घर, घर विराजे गणेश, आज से पर्युषण पर्व
Publish Date: | Sun, 23 Aug 2020 04:07 AM (IST)
पंडालों में स्थापित नहीं हुई गणेश प्रतिमा
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तालाब पर विसर्जन के लिए रोकते पुलिसकर्मी
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छोटा तालाब के कुंड में नजर आ रही गंदगी
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भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई
छिंदवाड़ा। शनिवार को घर, घर गणेश प्रतिमा स्थापित की गई। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते गणेश पंडालों में प्रतिमा स्थापित नहीं की गई। केकेएफ और गणराज वेलफेयर सोसायटी ने इस साल गणेश प्रतिमा पंडाल में स्थापित नहीं करने के बजाय लोगों को प्रतिमा वितरित करने का फैसला लिया है। इस त्योहार में गणेश पंडाल में प्रतिमा नजर नहीं आई, छिंदवाड़ा के राजा, लालबाग के राजा और छिंदवाड़ा के महाराजा के गणेश पंडाल हर साल त्योहार में आकर्षण का केंद्र रहे हैं। देर शाम तक बाजारों में खासी चहल पहल नजर आई। वहीं दूसरी ओर तीजा विसर्जन करने के लिए छोटा तालाब पहुंचे श्रद्धालुओं को बैरंग लौटाया गया। मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कहा कि तालाब में विसर्जन नहीं करें। नगर निगम ने भी इसके लिए तैयारी कर रखी थी।
आज से पर्युषण पर्व शुरू
छिंदवाड़ा। रविवार से दसलक्षण पर्व (पर्युषण पर्व) है। गोलापूरब सेवा समिति के अध्यक्ष अभय जैन एवं सचिव अभिषेक जैन सह सचिव सुजीत जैन ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते पर्युषण पर्व के दौरान ज्यादा भीड़ का माहौल न बने, इस हेतु श्रावक गण मंदिर में अभिषेक शांति धारा के समय कम से कम 6 फीट की दूूरी बनाकर रहें ताकि किसी भी प्रकार की बाधा न हो और पर्युषण पर्व पूरे उत्साह से मना सकें। शासन-प्रशासन के आदेशों का पालन करते हुए नियमावली बनाई है जिसके अंतर्गत मंदिर जी में मास्कर लगाकर आएं, हाथ और पैरों को अच्छी तरह से धोकर प्रवेश करें, सर्दी, जुकाम एवं खांसी वाले श्रावक गण मंदिर में न आकर घर में पूजा पाठ करें। मंदिर खुलने का समय सुबह 6 बजे से 12 बजे तक होगा, रविवार को मंदिर बंद रहेंगे, अनंत चैदस और क्षमावाणी के कार्यक्रम की सूचना परिस्थिति के अनुसार तय करके दी जाएगी। सुगंध दशमी के कार्यक्रम सुबह 12 बजे तक ही मंदिर में होंगे। मंदिर में प्रतिमाओं का प्रक्षालन अभिषेक एवं शांतिधरा करने में सिर्फ दो-दो श्रावक रहेंगे समय 7.30 से 8.00 तक रहेगा। पर्युषण पर्व में पारी-पारी से जो विधान करते थे वह नहीं है। सामूहिक पूजा आरती नहीं होगी, शाम को मंदिर नहीं खोले जायेंगे, रविवार को लॉक डाउन होने के कारण मंदिर में द्रव्य न भेजें, द्रव्य धनराशि के रूप में धनराशि अध्यक्ष सचिव के पास जमा करवाएं, सुबह या रात्रि में किसी भी प्रकार के विविध कार्यक्रम का प्रवचन एवं स्वाध्याय मंदिर में नहीं होंगे।
Posted By: Nai Dunia News Network
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