रामलीला कार्यशाला में दी गई संगीत की शिक्षा
Publish Date: | Mon, 07 Sep 2020 04:03 AM (IST)
– सत्र के दौरान संगीतविद श्रीपाद आरोनकर का किया सम्मान
छिंदवाड़ा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। श्रीराम भक्तों के समक्ष भगवान श्री की लीलाओं को नए कलेवर में प्रदर्शित करने के लिये प्रतिबद्ध सार्वजनिक श्रीरामलीला मंडल नवाचार कर रहा है। इसी क्रम में संगीत के विशेष सत्र का आयोजन किया गया। मुख्य निर्देशक विजय आनंद दुबे द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात संगीतज्ञ व प्राध्यापक श्रीपाद आरोनकर को आमंत्रित किया गया व मंडल के सदस्यों द्वारा उनका परंपरागत स्वागत किया गया। उनके साथ विशेष अतिथि के रूप में युवा संगीतकार-द्वय पंकज बोंडे व धर्मेंद्र विश्वकर्मा ने क्रमशः हारमोनियम और तबला पर संगत दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगीत रामायण मंडल व व्यासपीठ प्रमुख अनिल सेठिया ने की। निर्देशक समूह के संगीत प्रभाग के प्रभारी श्रांत चंदेल ने बताया कि इस विशेष सत्र के अतिथि विद्वान श्रीपाद आरोनकर ने रंगकर्म एवं संगीत के संबंध की व्याख्या की। उन्होंने शब्द उच्चारण, लय एवं भाषा मे भावों की महत्ता का वर्णन करते हुए भजन प्रस्तुति सहित पूर्वाभ्यास कराया। कार्यक्रम का संचालन मंडल के कोषाध्यक्ष सुभाष साहू जी, मार्गदर्शक अरविंद राजपूत जी एवं आभार मंडल अध्यक्ष सतीश दुबे धलालाध ने व्यक्त किया। संगीत सत्र को सफल बनाने में समिति सदस्यों में राहुल द्विवेदी, छोटू जैन, आशु चौरसिया, गौरव सोनी (गोलू), अनुज चौरसिया शामिल रहे। निर्देशक मंडल से शशांक दुबे, वीरेन्द्र शुक्ल, राजू माहोरे, जित्तू सोनी, विक्की सोनी, उत्तम सोनी, ऋषभ स्थापक, रजत पांडे, स्पन्दन आनंद दुबे, सुजल सोनी, ध्रुव सोनी, समकित जैन आकाश सोलंकी, अनुज विश्वकर्मा, मिंटू सराठे, अभिषेक विश्वकर्मा, अथर्व द्विवेदी, तनु राजपूत, तथा नरेंद्र चंदेल व शिरिन आनंद दुबे सहित समस्त कलाकारों ने अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता दी।
शिक्षकों का किया सम्मानः
श्री रामलीला मंडल के सचिव रोहित द्विवेदी ने बताया कि इस विशेष कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि विद्वानों के साथ ही मंडल में सेवाएं दे रहे शिक्षकों का सम्मान किया गया। जिसमें विजय आनंद दुबे, राजेंद्र आचार्य, श्रांत चंदेल, पंकज बोंडे व धर्मेंद्र विश्वकर्मा शामिल रहे। इसी तारतम्य में व्यासपीठ से अनिल सेठिया, चैतराम पन्द्राम, मूलचंद गढ़ेवाल भी सम्मानित हुए।
Posted By: Nai Dunia News Network
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