Top Story

अफगानिस्तान संकट के बाद भारतीय सुरक्षा बलों को मिलेंगे तालिबान पर ट्रेनिंग मॉड्यूल





अफगानिस्तान संकट के बाद भारतीय सुरक्षा बलों को मिलेंगे तालिबान पर ट्रेनिंग मॉड्यूल

अगस्त, 2021 में तालिबान द्वारा काबुल पर अधिकार करने का भारत की सुरक्षा स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है. इसलिए, जमीनी बलों और उनके खुफिया तंत्र को अपनी कार्यनीति और रणनीति को अद्यतन करने के लिए कहा गया है.

jagran josh



अगस्त, 2021 में तालिबान द्वारा काबुल पर अधिकार करने का भारत की सुरक्षा स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है. इसलिए, जमीनी बलों और उनके खुफिया तंत्र को अपनी कार्यनीति और रणनीति को अद्यतन करने के लिए कहा गया है.

विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, इस्लामी उग्रवादी संगठन द्वारा अफगानिस्तान के अधिग्रहण के बाद, भारतीय सीमा बलों और सशस्त्र पुलिस इकाइयों को आतंकवाद-रोधी ग्रिड में तैनात किया गया है, और जिन्हें केंद्रीय सुरक्षा प्रतिष्ठान द्वारा तालिबान और उसके तौर-तरीकों पर एक प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करने और संचालित करने का निर्देश दिया गया है.

यह कहते हुए कि अगस्त, 2021 में तालिबान द्वारा काबुल पर अधिकार करने का भारत की सुरक्षा स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है. इसलिए, मध्य और दक्षिण एशिया में नई 'भू-राजनीतिक स्थिति और भारत की सीमाओं और भीतरी इलाकों पर इसके गंभीर सुरक्षा निहितार्थ’, जमीनी बलों और उनके खुफिया तंत्र को अपनी कार्यनीति और रणनीति को अद्यतन करने के लिए कहा गया है.

भारत को तालिबान पर प्रशिक्षण मॉड्यूल की आवश्यकता क्यों है?

कुछ दिन पहले केंद्रीय सुरक्षा प्रतिष्ठान द्वारा जारी एक निर्देश में एक परिदृश्य का उल्लेख किया गया था जहां भारत के पश्चिम में पाकिस्तान की ओर से, सीमा पार से घुसपैठ की गई थी.

तालिबान को चीन और पाकिस्तान के समर्थन से भारत को एक गंभीर सुरक्षा स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.

केंद्रीय सुरक्षा बलों और खुफिया विंग के अधिकारियों ने भी नए घटनाक्रम को स्वीकार किया था, जोतालिबान के अफगानिस्तान पर तेजी से कब्जा करने के बाद भारत के पड़ोस में हुए थे, जब अमेरिकी सैनिकों ने अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमले के बाद से, इस देश में अपने 20 साल कि तैनाती के बाद अपने देश अमेरिका में वापसी शुरू कर दी थी.

तालिबान की जानकारी सुरक्षा बलों के प्रशिक्षण मॉड्यूल में की जाएगी अपडेट

एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, SSB और BSF, राज्य पुलिस इकाइयों जैसे सीमा सुरक्षा बलों के मौजूदा प्रशिक्षण मॉड्यूल और जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF जैसे आतंकवाद विरोधी कार्यों में शामिल लोगों का मौजूदा शीर्षक है "सीमा प्रबंधन की बदलती गतिशीलता".

तालिबान के खिलाफ भारत की तैयारी की क्या योजना है?

  • अफ़ग़ानिस्तान और संबद्ध क्षेत्र में की गई विशिष्ट केस स्टडी के अलावा, उग्रवादी संगठन, उनके तौर-तरीकों और उसके नेतृत्व पर एक पूर्ण प्रशिक्षण, खुफिया और लड़ाकू मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है.
  • केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों को अपने कर्मियों और अधिकारियों को भर्ती के दौरान और सेवा में रहते हुए, कई स्तरों के प्रशिक्षण केंद्रों और अकादमियों के साथ प्रशिक्षित करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं.
  • इन सभी बलों के लिए एक वेबिनार की भी योजना बनाई जा रही है, जो बाद में सितंबर, 2021 में आयोजित किया जाएगा.

सुरक्षा बल IEDs पर बढ़ाएंगे अपना प्रशिक्षण कोटा

भारतीय सुरक्षा बल इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IEDs) और वाहन से चलने वाले IEDs (VBIEDs) को समझने के उद्देश्य से, अपने कर्मियों के प्रशिक्षण कोटा को भी बढ़ा रहे हैं.



from https://ift.tt/3EfON6F