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Dengue in Gwalior: चार डाक्टर की टीम ने शहर के चार हिस्सों में किया लार्वा सर्वे


Dengue in Gwalior:  डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने चार डाक्टरों की टीम को लार्वा सर्वे की जिम्मेदारी दी है। शनिवार को टीम अलग अलग हिस्सों में पहुंची और घरों में लार्वा सर्वे का काम किया। टीम का कुछ लोगों ने विरोध भी किया लेकिन डाक्टरों ने उन्हें समझाया और डेंगू के दुष्प्रभाव के बारे में भी बताया। डेंगू लार्वा का काम मलेरिया विभाग और नगर निगम का स्वास्थ्य अमले ने किया। नगर निगम के स्वास्थ्य अमले ने गली मोहल्लों में फोंगिंग की और जिन घरों में लार्वा पाया गया उनसे जुर्माना वसूला। जबकि मलेरिया विभाग की टीम ने लार्वा सर्वे करने के बाद दवा का छिड़काव किया। इन टीम के कार्य पर डाक्टरों ने सतत निगरानी रखी।


लापरवाही बन रही डेंगू बढ़ने का कारण

बारिश के बाद अब सरकारी मशीनरी और आमजन की लापरवाही डेंगू की रफ्तार दे रही है। असल में बरसात के मौसम में सरकारी मशीनरी को डेंगू-मलेरिया से बचाव काे लेकर जलभराव वाले स्थानों पर दवा का छिड़काव कराना था जिसमें लापरवाही रखी गई। इसके साथ ही लोगों में जनजागृति पैदा करनी थी जिसमें विफल रहे। इधर घरों में लार्वा पाया जा रहा है। घरों में रखे कंटेनरों में साफ पानी जमा रहने से लार्वा पनपता है। डेंगू का मच्छर घर में पैदा होता और घर के अंदर रहने वालों को अपना शिकार बनाता है। इसलिए लोग आसानी से उसकी चपेट में आ जाते और डेंगू के शिकार बन रहे हैं। लोगाें के चाहिए कि वह अपने घर में नियमित सफाई करें और लार्वा पनपने से रोकें।

इन क्षेत्रों से निकल रहे मरीज

सबसे अधिक मरीज डीडी नगर, शताब्दीपुरम, आदित्यपुरम, पिंटो पार्क और गोला का मंदिर क्षेत्र से निकल रहे हैं। जबकि दूसरा नंबर मुरार व थाटीपुर का है और तीसरे नंबर पर कंपू, सिंकदर कंपू, अवाड़पुरा, और हजीरा क्षेत्र का। इन स्थानों पर मरीज अधिक संख्या में मिल रहे हैं। बहोड़ापुर में भी पिछले एक सप्ताह से मरीजाें की संख्या बढ़ी है।


डेंगू जान लेवा हो सकता है, इसलिए सावधानी रखें

डाक्टरों का कहना है कि डेंगू जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए सावधानी रखना आवश्यक है ।पहले तो अपने घर व उसके आसपास पानी जमा न होने दें। घर में खुले वर्तन में साफ पानी जमा न हो इसका विशेष ध्यान रखें। खुले में पानी जमा है तो उसे गंदा करें या फिर उसमें तेल डाल दें जिससे तेल की परत जमने से लार्वा नहीं पनपेगा। इसके साथ बच्चों को खुले में न खेलनें दें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, कपड़े फुल आस्तीन के पहनें।


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