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आपके स्‍टूल में दिख सकते हैं कैंसर के ये 2 लक्षण, जल्‍द करेंगे पहचान तो बच जाएगी जान

ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्हें मल त्यागने के दौरान कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जानकारों की मानें तो यह कोलन कैंसर या रेक्टल कैंसर की वजह से है। आपको बता दें कि हमारी आंत्र एक होलो मसल्स ट्यूब है जो पेट से होकर गुदे तक जाती है। यह भोजन को तोड़ने और वेस्ट मटेरियल को मलाशय तक ले जाने का काम करती है। बता दें कि आंत का कैंसर उस स्थिति को बताता है जो मुख्य रूप से बढ़ी आंत से शुरू होता है। वहीं यह जहां पर होता है, उसके आधार पर इसे रेक्टल कैंसर या कोलन कैंसर कहा जाता है। ऐसे में जब कोई व्यक्ति शौचालय जाता है तो उसे कौलन या रेक्टल कैंसर के कुछ लक्षण देखने को मिल सकते हैं। आमतौर पर इस दौरान देखे जाने वाले लक्षणों को लोग शर्मिंदगी के चलते किसी से साझा नहीं करते। जबकि इन लक्षणों पर विशेषज्ञ से खुलकर बात करनी बेहद जरूरी है। ताकि समय रहते इसका निदान किया जा सके। ज्ञात हो कि आंत से जुड़े कैंसर का उपचार हो सकता है। खासकर तब जब व्यक्ति की इसकी शुरुआती स्टेज में हो। हालांकि यह पूरी तरह ठीक हो जाए इसके आसार भी कम होते हैं क्योंकि यह धीरे-धीरे विकसित होता है और एक पूर्ण बीमारी में बदल जाता है। लेकिन समस्या के शुरुआत में पता चलने से ठीक होने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए आंत कैंसर के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है।

क्या आपको मल त्यागने के दौरान कुछ दिक्कत होती है, कहीं यह कोलन या रेक्टल कैंसर की वजह से तो नहीं है, आइए जानते हैं मल त्यागने के दौरान कौनलक्षण हैं जो कैंसर की ओर इशारा करते हैं।


Warning signs of cancer: आपके स्‍टूल में दिख सकते हैं कैंसर के ये 2 लक्षण, जल्‍द करेंगे पहचान तो बच जाएगी जान

ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्हें मल त्यागने के दौरान कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जानकारों की मानें तो यह कोलन कैंसर या रेक्टल कैंसर की वजह से है। आपको बता दें कि हमारी आंत्र एक होलो मसल्स ट्यूब है जो पेट से होकर गुदे तक जाती है। यह भोजन को तोड़ने और वेस्ट मटेरियल को मलाशय तक ले जाने का काम करती है। बता दें कि आंत का कैंसर उस स्थिति को बताता है जो मुख्य रूप से बढ़ी आंत से शुरू होता है। वहीं यह जहां पर होता है, उसके आधार पर इसे रेक्टल कैंसर या कोलन कैंसर कहा जाता है। ऐसे में जब कोई व्यक्ति शौचालय जाता है तो उसे कौलन या रेक्टल कैंसर के कुछ लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

आमतौर पर इस दौरान देखे जाने वाले लक्षणों को लोग शर्मिंदगी के चलते किसी से साझा नहीं करते। जबकि इन लक्षणों पर विशेषज्ञ से खुलकर बात करनी बेहद जरूरी है। ताकि समय रहते इसका निदान किया जा सके। ज्ञात हो कि आंत से जुड़े कैंसर का उपचार हो सकता है। खासकर तब जब व्यक्ति की इसकी शुरुआती स्टेज में हो। हालांकि यह पूरी तरह ठीक हो जाए इसके आसार भी कम होते हैं क्योंकि यह धीरे-धीरे विकसित होता है और एक पूर्ण बीमारी में बदल जाता है। लेकिन समस्या के शुरुआत में पता चलने से ठीक होने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए आंत कैंसर के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है।



​वार्निंग साइन
​वार्निंग साइन

अगर कोई व्यक्ति कोलोरेक्टल कैंसर की समस्या से पीड़ित है तो उसके शुरुआत में अचानक वजन घटना,

मलाशय से तेज लाल या गाड़े लाल रंग का खून

आना और संकीर्ण मल आने जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसके अलावा कई बार व्यक्ति को लगता है कि उसे मल त्यागना है लेकिन ऐसा होता नहीं है।

जबकि इसके साथ पेट में दर्द, एनीमिया और तेजी से वजन घटने लगता है। हालांकि यह लक्षण अल्सर, बवासीर या क्रोहन रोग से जुड़े हुए हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि किसी विशेषज्ञ से बात चीज की जाए।



​लक्षण
​लक्षण

आपको बता दें मल में खून आने के अलावा कई दूसरे लक्षण भी हैं जो

कैंसर का संकेत

हो सकते हैं। जिनमे से अधिक बार मल त्यागने की इच्छा होना या कब्ज होना शामिल है। इसके अलावा पीछे की ओर एवं पेट में किसी तरह की गांठ महसूस होना शामिल है। साथ ही बैक में तनाव भी महसूस हो सकता है। यह लक्षण पुरुष और महिलाओं दोनों में देखने को मिल सकते हैं। अगर ऐसे कोई लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।



​रिस्क फैक्टर
​रिस्क फैक्टर

आंत के कैंसर की ऐसी कोई खास कारण या वजह नहीं है जो इस समस्या को जन्म दे। लेकिन कई स्थितियों में आंत के कैंसर की समस्या पैदा हो सकती है, जैसे अगर व्यक्ति धूम्रपान करता है, तो यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा जो लोग पहले से अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग से लगभग दस साल से पीड़ित हैं, तो उन्हें कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है।

साथ ही अधिक वजन वाले या

मोटे लोगों में आंत के कैंसर का खतरा

अधिक रहता है। यही नहीं वह लोग जो मांस का अधिक उपभोग करते हैं उन्हें भी आंत के कैंसर का खतरा बना रहता है। ऐसे में जो भी लोग इस तरह के जीवन शैली या समस्याओं से पीड़ित हैं वह डॉक्टर से समय - समय पर जांच कराएं।

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डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।





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