डायबिटीज में चक्कर आने पर आजमाएं 5 आयुर्वेदिक उपचार, तुरंत कंट्रोल होगा Blood Sugar

Blood Sugar kam karne ke upay: डायबिटीज वाले व्यक्ति में ब्लड शुगर कम होने की स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है जो चक्कर आने का एक बड़ा कारण है। इस स्थिति में ग्लूकोज लेवल स्वस्थ सीमा से नीचे आ जाता है।

मधुमेह या डायबिटीज (Diabetes)
के मरीजों को कई वजह से चक्कर आ सकता है. यह डायबिटीज का एक आम लक्षण है। इसके कई कारण हैं जिनमें डिहाइड्रेशन या पानी की कमी और कुछ दवाओं का सेवन शामिल हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत मेडिकल हेल्प लेना बेहतर होता है ताकि हालत को गंभीर होने से बचाया जा सके। दरअसल डायबिटीज में ब्लड शुगर ज्यादा बढ़ सकता है या कम हो सकता है जिससे मरीज को चक्कर आ सकता है। ब्लड शुगर बढ़ने के कारण डिहाइड्रेशन हो सकता है, क्योंकि शरीर पेशाब के जरिए खून से एक्स्ट्रा ग्लूकोज निकालता है और पानी को खींच लेता है।
वाले व्यक्ति में ब्लड शुगर कम होने की स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) कहा जाता है जो चक्कर आने का एक बड़ा कारण है। इस स्थिति में ग्लूकोज लेवल स्वस्थ सीमा से नीचे आ जाता है।
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए) के अनुसार
, लो ब्लड शुगर का लेवल आमतौर पर 70 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम / डीएल) से कम होता है, हालांकि यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न हो सकता है। चक्कर आने या ब्लड शुगर कम होने की स्थिति में मरीज को अस्थिरता घबराहट या बेचैनी महसूस करना, पसीना, ठंड लगना, या अकड़न, चिड़चिड़ापन, उलझन, दिल की धड़कन बढ़ना, हल्का महसूस करना और जी मिचलाना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
इसी तरह
बढ़ने की समस्या को हाइपरग्लेसेमिया (Hyperglycaemia) कहा जाता है, जिससे मरीज को चक्कर आ सकता है। ब्रिटेन की एक शोध के अनुसार, डायबीटीज के इलाज के लिए इंसुलिन का उपयोग करने वाले लोगों में 27% मरीजों में हल्का सिरदर्द या चक्कर आने की संभावना है। ऐसी स्थिति में मरीज के पेशाब में शुगर बढ़ना, जल्दी पेशाब आना और सामान्य से अधिक प्यास लगना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
तुरंत पानी पिएं

निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन के कारण अक्सर चक्कर आ सकते हैं। हमले के परिणामस्वरूप भी हो सकता है। ऐसा होने पर मरीज को खूब पानी पीना चाहिए। पानी पीने से हमेशा चीजों को तेजी से शांत करने में मदद मिलती है। आपको ठंडा पानी पीना चाहिए ताकि यह आपके शरीर को शांत करे।
सेब के सिरके के पानी

डायबिटीज में चक्कर आने पर सेब के सिरके का पानी पीने बेहतर उपाय है। चूंकि चक्कर आना
गिरने से आ सकता है इसलिए इसे पीने से उसे कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक ढक्कन सेब का सिरका मिलाएं।
एक गिलास नींबू पानी पिएं

चक्कर आने का कोई भी कारण हो, नींबू पानी पीने से आपको तुरंत आराम मिल सकता है। खाने में विटामिन सी वाली चीजों का अधिक सेवन करने वालों को चक्कर आने का जोखिम कम होता है। इससे बचने के लिए आपको जामुन, टमाटर से लेकर गहरी हरी सब्जियों तक सब कुछ खाने में शामिल करना चाहिए ताकि आपको विटामिन की कमी न हो।
अदरक की चाय

मोशन सिकनेस के या
के कारण मतली और चक्कर आने से निपटे के लिए अदरक से बनी चाय पीने से काफी मदद मिल सकती है। गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से 30 मिनट के भीतर मरीज को आराम मिल सकता है। यह किसी भी दवा से बेहतर विकल्प है।
जिंको बिलोबा (Ginkgo Biloba)

यह जड़ी बूटी मस्तिष्क के लिए टॉनिक की तरह काम करती है। पारंपरिक चीनी दवा में इसका इस्तेमाल चक्कर आना का इलाज के लिए किया जाता है। इससे दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओटोलरींगोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह जड़ी बूटी चक्कर के इलाज में एक प्रभावी दवा के इतरह काम करती है. सबसे बड़ी बात इसके दुष्प्रभाव भी नहीं हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
from Health Tips in Hindi , natural health tips in hindi, Fitness tips, health tips for women - डेली हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स फॉर वीमेन | Navbharat Times https://ift.tt/VA5Mlw1uk
via IFTTT