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सुबह बासी मुंह चबाएं ये 5 पत्ते, दांतों में जमा जिद्दी पायरिया होगा खत्म, पीलापन-बदबू भी जाएगी दूर

पायरिया (Pyorrhea) दांतों और मसूड़ों में होने वाली एक गंभीर समस्या है, जिसे पीरियोडोंटाइटिस (Periodontitis) भी कहा जाता है। यह रोग पीरियडोंटियम (Periodontium) को प्रभावित करता है। यह वो अंग है, जो दांतों को पकड़कर रखता है। यह मसूड़े, हड्डी और लिगामेंट से बना होता है। पायरिया एक तरह का बैक्टीरिया होता है, जो धीरे-धीरे दांत और मसूड़ों को सड़ा सकता है।अगर बात करें पायरिया के लक्षणों (Symptoms of Pyorrhea) की तो, जैसे-जैसे पायरिया मसूड़े की सूजन से बढ़ता है, तो आपको कई लक्षण महसूस हो सकते हैं जिसमें- सूजे हुए मसूड़े, सांसों की बदबू, ढीले दांत या मसूड़ों में खून आना, चबाते समय दर्द होना, दांतों और मसूड़ों के बीच मवाद, संवेदनशील मसूड़े, फ्लॉसिंग या ब्रश करते समय खून बहना, मसूढ़ों और दांतों के बीच गैप होना, मसूड़े जो पीछे हट जाते हैं, जिससे आपके दांत सामान्य से अधिक लंबे दिखते हैं, सेब, अमरूद आदि फल खाने से खून आना आदि शामिल हैं।पायरिया के कारण (Causes of Pyorrhea) कई हैं जिनमें ओरल हाइजीन का ध्यान नहीं रखना, डायबिटीज और स्मोकिंग आदि शामिल हैं। पायरिया से जैसी मसूड़ों की गंभीर समस्या से बचने के लिए आपको दांतों की सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। बेशक इसके लिए मेडिकल में कई तरह के इलाज हैं लेकिन आप पायरिया के इलाज के लिए घरेलू उपचार (Home remedies for Pyorrhea) भी आजमा सकते हैं, जो किफायती और असरदार हैं।(फोटो साभार: TOI)

Gum disease Pyorrhea ka ilaj: पायरिया से जैसी मसूड़ों की गंभीर समस्या से बचने के लिए आपको दांतों की सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। बेशक इसके लिए मेडिकल में कई तरह के इलाज हैं लेकिन आप पायरिया के इलाज के लिए घरेलू उपचार (Home remedies for Pyorrhea) भी आजमा सकते हैं, जो किफायती और असरदार हैं।


Oral Health: सुबह बासी मुंह चबाएं ये 5 पत्ते, दांतों में जमा जिद्दी पायरिया होगा खत्म, पीलापन-बदबू भी जाएगी दूर

पायरिया (Pyorrhea)

दांतों और मसूड़ों में होने वाली एक गंभीर समस्या है, जिसे पीरियोडोंटाइटिस (Periodontitis) भी कहा जाता है। यह रोग पीरियडोंटियम (Periodontium) को प्रभावित करता है। यह वो अंग है, जो दांतों को पकड़कर रखता है। यह मसूड़े, हड्डी और लिगामेंट से बना होता है। पायरिया एक तरह का बैक्टीरिया होता है, जो धीरे-धीरे दांत और मसूड़ों को सड़ा सकता है।

अगर बात करें

पायरिया के लक्षणों (Symptoms of Pyorrhea)

की तो, जैसे-जैसे पायरिया मसूड़े की सूजन से बढ़ता है, तो आपको कई लक्षण महसूस हो सकते हैं जिसमें- सूजे हुए मसूड़े, सांसों की बदबू, ढीले दांत या मसूड़ों में खून आना, चबाते समय दर्द होना, दांतों और मसूड़ों के बीच मवाद, संवेदनशील मसूड़े, फ्लॉसिंग या ब्रश करते समय खून बहना, मसूढ़ों और दांतों के बीच गैप होना, मसूड़े जो पीछे हट जाते हैं, जिससे आपके दांत सामान्य से अधिक लंबे दिखते हैं, सेब, अमरूद आदि फल खाने से खून आना आदि शामिल हैं।

पायरिया के कारण (Causes of Pyorrhea)

कई हैं जिनमें ओरल हाइजीन का ध्यान नहीं रखना, डायबिटीज और स्मोकिंग आदि शामिल हैं। पायरिया से जैसी मसूड़ों की गंभीर समस्या से बचने के लिए आपको दांतों की सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। बेशक इसके लिए मेडिकल में कई तरह के इलाज हैं लेकिन आप पायरिया के इलाज के लिए घरेलू उपचार (Home remedies for Pyorrhea) भी आजमा सकते हैं, जो किफायती और असरदार हैं।

(फोटो साभार: TOI)



अमरूद के पत्ते
अमरूद के पत्ते

अमरूद की हरी पत्तियां या कच्चा अमरूद चबाने से आपको पायरिया जैसे दांतों की समस्या को काबू करने में मदद मिल सकती है। इसको चबाने से मसूढ़ों से खून आना बंद हो जाता है और दांत स्वस्थ रहते हैं। अमरूद के पत्तों में विटामिन सी पाया जाता है, जो दांतों के लिए टॉनिक का काम करता है।



अनार के पत्ते
अनार के पत्ते

अनार

अपने आपमें एक असरदार फल है जिससे सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि इसके पत्ते और छिलके भी काफी गुणकारी हैं। इसके पत्तों को काली मिर्च के साथ चबाने से आपको पारिया या मसूड़ों की अन्य रोगों से राहत मिल सकती है। ऐसा करने से दांतों को मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है।



तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते

भारत में तुलसी की पूजा की जाती है और इसका कारण इसके चमत्कारिक गुण हैं। आप पायरिया या मुंह की अन्य समस्याओं से राहत पाने के लिए तुलसी के ताजा पत्ते चबा सकते हैं या फिर सूखे पत्तों को सरसों के तेल में मिलाकर मसूड़ों और दांतों पर लगा सकते हैं।



पुदीने की पत्तियां
पुदीने की पत्तियां

यह हरी पत्तियां पायरिया सहित मुंह के कई रोगों के लिए फायदेमंद है। इसमें मौजूद एसेंशियल ऑयल एनारोबिक बैक्टीरिया को मारने में सबसे प्रभावी होता है। ये बैक्टीरिया मसूड़ों की बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनते हैं। यही वजह है कि पुदीना का इस्तेमाल कई टूथपेस्ट में किया जाता है।



नीम के पत्ते
नीम के पत्ते

नीम का कई पारंपरिक भारतीय दवाओं, टूथपेस्ट, माउथवॉश आदि में इस्तेमाल किया जाता है। नीम में शक्तिशाली जीवाणुरोधी गुण होते हैं। जब

ओरल हेल्थ

की बात आती है, तो नीम बैक्टीरिया और इन्फेक्शन, दांत और मसूड़े की सड़न आदि से होने वाले नुकसान से बचाने में सहायक है। नीम के पत्तों को चबाना मौखिक स्वास्थ्य के लिए सही है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।





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